मकान हर किसी की बेसिक जरूरत है, लेकिन आज के समय में जिस तरह से महंगाई बढ़ी है, उसमें खुद का मकान बनवा पाना एक बहुत बड़ा चैलेंज है.
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एक छोटे से मकान या फ्लैट को खरीदने के लिए भी मोटी रकम देनी होती है. इतनी रकम एक साथ दे पाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता. ऐसे में होम लोन (Home Loan) मददगार साबित होता है. होम लोन की मदद से मकान की जरूरत भी पूरी हो जाती है और आप आसानी से किस्त देकर होम लोन को चुका भी सकते हैं.
होम लोन लंबी अवधि का कर्ज होता है और इसकी ईएमआई भी बहुत छोटी नहीं होती है. इस ईएमआई को हर महीने निर्धारित तिथि पर देना बहुत जरूरी होता है. लेकिन कई बार स्थितियां ऐसी आ जाती हैं, जब व्यक्ति को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ जाती है और ऐसे में समय से ईएमआई दे पाना मुश्किल हो जाता है. आपकी एक भी ईएमआई बाउंस हुई तो आपके लिए मुश्किल बढ़ सकती है और आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) खराब हो सकता है. अगर आपके सामने कभी ऐसी स्थिति आए और आपकी ईएमआई किसी कारण से बाउंस हो जाए तो 4 काम जरूर करें ताकि आपके सिबिल स्कोर पर इसका असर न पड़े और भविष्य के लिए परेशानी न बढ़े.
पहली किस्त बाउंस होने पर
अगर आपकी ईएमआई बाउंस हुई है और आपने ऐसा जानबूझकर नहीं किया है, किसी मुश्किल या विपरीत परिस्थिति अचानक आने की वजह से ऐसा हुआ है तो पहली किस्त बाउंस होने पर ही आपको तुरंत बैंक की उस शाखा में जाना चाहिए, जहां से आपने लोन लिया है. वहां जाकर मैनेजर से मिलें और उनसे इस बारे में बात करें. अपनी समस्या बताएं और उन्हें भविष्य में ऐसा न होने का भरोसा दें. अगर आपकी बात वाजिब होगी तो इस समस्या का समाधान आसानी से हो सकता है. ऐसे में अगर बैंक की ओर से पेनल्टी लगाई भी जाती है, तो वो इतनी नहीं होगी कि आप दे न सकें.
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लगातार दो किस्तें बाउंस हुई हैं तो
अगर आपकी एक या दो किस्त बाउंस हुई हैं तो आप बैंक मैनेजर से बात करके उन किस्तों को भरें और मैनेजर से रिक्वेस्ट करें कि वो आपके सिबिल में निगेटिव रिपोर्ट न भेजें. साथ ही, उन्हें भरोसा दिलाएं कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा. बता दें कि अगर आपने लगातार तीन महीने तक किस्त को बाउंस किया है, तो आपका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है क्योकि बैंक मैनेजर तीन महीने तक किस्त बाउंस होने पर सिबिल स्कोर के लिए रिपोर्ट भेजता है. सिबिल स्कोर खराब होने पर आपको अगली बार लोन लेने में परेशानी हो सकती है.
आप लंबे समय तक EMI चुका पाने में असमर्थ हैं तो
अगर आपकी समस्या ज्यादा बड़ी है और आपको लगता है कि आप कुछ समय तक किस्त को चुका पाने में असमर्थ हैं तो आप मैनेजर को अपनी मजबूरी बताकर कुछ समय तक किस्त को होल्ड करने के लिए आवेदन लगा सकते हैं. कुछ समय बाद आप पैसों का इंतजाम होने पर रकम चुका सकते हैं. इससे आपको मुश्किल समय में थोड़ी राहत मिल जाएगी.
अगर सैलरी लेट आने की वजह से बाउंस हो रही है EMI
अगर आपकी सैलरी लेट आती है या निर्धारित तिथि तक आपके पास ईएमआई के पैसों का इंतजाम नहीं हो पाता और इसके कारण ईएमआई बाउंस हो रही है, तो आप आप एरियर EMI के लिए मैनेजर से बात कर सकते हैं. लोन की किस्त की तारीख आमतौर पर महीने की शुरुआत में होती है, इसे एडवांस EMI कहते हैं.
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ज्यादातर लोन लेने वालों को एडवांस ईएमआई का विकल्प दिया जाता है. लेकिन अगर आप चाहें तो आप एरियर EMI का विकल्प भी ले सकते हैं. इसमें आप महीने की आखिर में अपनी किस्त चुकाते हैं.