बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। नोएडा के रहने वाले विनीत कई दिनों से होम लोन लेने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनकी ऐप्लिकेशन रिजेक्ट हो जा रही थी। विनीत की समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है, जबकि उनके सभी दस्तावेज भी दुरुस्त थे।
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जब विनीत ने बारीकी से पता लगाया, तो मालूम हुआ कि वह जिस प्रोजेक्ट और इलाके से लोन के आवेदन कर रहे हैं, उसे बैंकों ने ब्लैक लिस्ट कर रखा है।
अगर आप भी विनीत की तरह होम लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं और वह बार-बार रिजेक्ट हो जाता है, तो हम बता रहे हैं कि इसकी क्या वजह हो सकती है।
होम लोन में उम्र बन सकती है बड़ा फैक्टर
कोई भी बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) होम लोन देने से पहले यह चेक करती है कि उसके पैसे वापस मिलने की गुंजाइश कितनी है। यही वजह है कि वित्तीय संस्थान बुजुर्गों की तुलना में नौजवानों को कर्ज देना ज्यादा पसंद करती हैं।
अगर आपकी उम्र 50 साल से अधिक है, तो होम लोन की ऐप्लिकेशन रिजेक्ट होने की आशंका काफी ज्यादा रहती है। होम लोन की किश्त अमूमन 15 से 20 साल तक के लिए बनती हैं। ऐसे में बैंक को लगता है कि बुजुर्गों के साथ किसी अनहोनी की स्थिति में उनका कर्ज फंस सकता है। कई बार बुजुर्गों के पास रिटायरमेंट के बाद आमदनी का कोई निश्चित स्रोत नहीं भी होता।
यही वजह है कि बैंक लोन देने के मामले में नौजवानों को ज्यादा तरजीह देते हैं, खासकर 30 से 40 साल के बीच वालों को।
आवेदन में हो जानकारियों के साथ खेल ना करें
आप जब भी होम लोन के लिए अप्लाई करें, तो सभी जानकारियां सही दर्ज करें। अगर आप कोई गड़बड़ी करते हैं, तो आपका ऐप्लिकेशन रिजेक्ट होगा ही, साथ ही वह चीज आपके रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगी। ऐसे में दूसरे बैंक या वित्तीय संस्थान से भी कर्ज लेने में आपको मुश्किल हो सकती है। साथ ही, EMI को भी अपनी सैलरी के हिसाब से ही बनवाएं।
अगर बैंक को आपकी आमदनी और कर्ज की रकम के बीच तालमेल नजर नहीं आता, तो वह आपका ऐप्लिकेशन रिजेक्ट करने में एक भी पल की देर नहीं करेगा।
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कहीं बैंक की नजर में आप ‘क्रेडिट हंगरी’ तो नहीं?
अगर आप होम लोन के लिए बार-बार इंक्वायरी कर रहे हैं और कर्ज नहीं ले रहे हैं, तो इस बात की आशंका अधिक हो जाती है कि आप जब सच में लोन लेने जाएंगे, तो आपका ऐप्लिकेशन रिजेक्ट हो जाए। दरअसल, होम लोन के लिए आवेदन करने पर वित्तीय संस्थान आपका क्रेडिट स्कोर अच्छे से चेक करते हैं, ताकि पता चल सके कि कर्ज चुकाने के मामले में आपका पिछला रिकॉर्ड कैसा है।
अगर बैंक आपका क्रेडिट स्कोर बार-बार चेक कर रहे हैं, तो उनकी नजर में आपकी छवि ‘क्रेडिट हंगरी’ शख्स की बन सकती है। ऐसे में लोन की इंक्वायरी तभी करें, जब आपको सचमुच लोन लेना हो।
एक बार में एक ही जगह करें आवेदन
होम लोन लेने के लिए एक बार में एक ही वित्तीय संस्थान में अप्लाई करें। बैंक या NBFC जब क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं, तो उसकी डिटेल क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज कर देते हैं। अगर आप एक ही समय में कई बैंकों या NBFC के पास कर्ज के लिए जाएंगे, तो उन्हें पता चल जाएगा। इससे आपके बारे में वित्तीय संस्थान नकारात्मक राय बना सकते हैं और फिर आपका होम लोन का ऐप्लिकेशन रिजेक्ट हो जाएगा।
ब्लैक लिस्टेड प्रोजेक्ट और क्रेडिट हिस्ट्री न होना
कई बार बैंक और NBFC कुछ प्रोजेक्ट और इलाकों को ब्लैक लिस्ट कर देते हैं। उन्हें लगता है कि उन प्रोजेक्ट और इलाकों में कर्ज फंसने की आशंका अधिक है, क्योंकि उनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। अगर आप ऐसे प्रोजेक्ट या इलाकों से होम लोन के अप्लाई करेंगे, तो उसके रिजेक्ट होने की पूरी गुंजाइश रहेगी, जैसा कि विनीत के मामले में हुआ था।
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वहीं, अगर आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है, तो भी आपका लोन ऐप्लिकेशन खारिज हो सकता है। इस स्थिति में बैंक अनुमान ही नहीं लगा पाता कि कर्ज चुकाने के मामले में आपका रिकॉर्ड कैसा है।