स्विच और चलो संयुक्त रूप से उन शहरों में इलेक्ट्रिक बसों को तैनात करने के लिए निवेश करेंगे जहां चलो की मौजूदगी है. चलो लाइव बस ट्रैकिंग, डिजिटल टिकट एवं यात्रा योजनाएं बनाने के लिए प्रौद्योगिकी समाधान तैनात करेगी.
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इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड दिनों दिन बढ़ती जा रही है. सार्वजनिक परिवहन के लिए भी सरकारें और कंपनियां छोटे इलेक्ट्रिक वाहन से लेकर बड़ी बसों तक को सड़क पर उतारने की तैयारी में हैं. अभी तक कई राज्यों की सरकारें अपने-अपने राज्यों में कुछ रूट पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करवा रही हैं और आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़ाने की तैयारी में हैं
अब हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लेलैंड की इलेक्ट्रिक वाहन (EV) इकाई स्विच मोबिलिटी ने देशभर में 5,000 इलेक्ट्रिक बसों को तैनात करने के लिए परिवहन प्रौद्योगिकी कंपनी ‘चलो’ के साथ हाथ मिलाया है. बृहस्पतिवार को कंपनी ने इस बात की जानकारी दी.
चलो’ एक मोबाइल ऐप है, जो दैनिक यात्रा की योजना बनाने में लोगों की मदद करता है. इस संबंध में समझौता ज्ञापन (MOU) पर शुरुआती तीन वर्षों की अवधि के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं.
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साझेदारी के तहत, स्विच और चलो संयुक्त रूप से उन शहरों में इलेक्ट्रिक बसों को तैनात करने के लिए निवेश करेंगे जहां चलो की मौजूदगी है. चलो लाइव बस ट्रैकिंग, डिजिटल टिकट एवं यात्रा योजनाएं बनाने के लिए प्रौद्योगिकी समाधान तैनात करेगी.
इस साझेदारी में स्विच का काम इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति और रखरखाव का काम करना है. स्विच मोबिलिटी इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) महेश बाबू ने बयान में कहा कि 5,000 इलेक्ट्रिक बसों की यह महत्वपूर्ण साझेदारी निश्चित रूप से किफायती, आरामदायक, चिंता मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन समाधानों तक पहुंच खोलेगी.