Working Out in Afternoon or Evening Control Blood Sugar: डायबिटीज के मरीज वर्कआउट के जरिए अपना ब्लड शुगर कंट्रोल कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए सही तरीका अपनाना चाहिए. आखिर कैसे और कब एक्सरसाइज करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है? आप भी जान लीजिए.
Best Time To Work Out For Diabetes Control: वर्तमान समय में डायबिटीज (Diabetes) सबसे कॉमन बीमारियों में से एक है. दुनिया में करोड़ों लोग डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं. जब किसी व्यक्ति का ब्लड शुगर (Blood Sugar) सामान्य से अधिक हो जाता है और शरीर में इंसुलिन की फंक्शनिंग सही तरीके से नहीं हो पाती, तब डायबिटीज की बीमारी हो जाती है. ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए वॉकिंग और एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है. आमतौर पर लोग सुबह के वक्त वॉकिंग या वर्कआउट करते हैं. एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए दोपहर या शाम के वक्त वर्कआउट करना फायदेमंद होता है. इस बारे में जरूरी बातें जान लीजिए.
नई स्टडी में हुआ यह खुलासा
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए दोपहर या शाम को एक्सरसाइज या अन्य फिजिकल एक्टिविटी करना ज्यादा फायदेमंद होता है. मिडिल एज वाले लोगों में सुबह की अपेक्षा दोपहर से लेकर रात तक वर्कआउट करने से इंसुलिन रजिस्टेंस में 25% की कमी आती है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है. यह स्टडी डायबिटोलॉजिया (Diabetologia) जर्नल में पब्लिश की गई थी. स्टडी के लीड ऑथर नीदरलैंड्स के लेडेन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के जेरेऑन वैन डेर वेलडे हैं. उनके मुताबिक स्टडी का उद्देश्य एक्सरसाइज की टाइमिंग और इंसुलिन रजिस्टेंस में बदलाव के बारे में पता लगाना था. इस स्टडी में 45 से 65 साल के करीब 70000 लोगों को शामिल किया गया था.
Diabetes के मरीज कब करें Exercise?
इस स्टडी में शामिल लोगों को तीन ग्रुप में डिवाइड किया गया था. पहले ग्रुप वाले लोग सुबह 6:00 से दोपहर 12:00 बजे के बीच एक्सरसाइज करते थे. दूसरे ग्रुप वाले लोग दोपहर 12:00 से शाम 6:00 बजे के बीच वर्कआउट करते थे. तीसरे ग्रुप वाले लोग शाम 6:00 बजे से रात 12:00 बजे के बीच वर्कआउट करते थे. स्टडी के रिजल्ट में पता चला कि जिन लोगों ने दोपहर में एक्सरसाइज की, उनकी बॉडी में इंसुलिन रजिस्टेंस 18% तक कम हो गया. वहीं जिन लोगों ने शाम को एक्सरसाइज की उनकी बॉडी में इंसुलिन रजिस्टेंस में 25% की कमी देखने को मिली. इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटी से इंसुलिन के अलावा लिवर फैट कंटेंट में भी कमी दर्ज की गई.
एक्सरसाइज से पहले इन बातों का रखें ध्यान
डायबिटीज के मरीजों को एक्सरसाइज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर कंसल्ट कर लेना चाहिए. अगर एक्सरसाइज के दौरान किसी तरह की परेशानी हो रही है या ब्लड शुगर फ्लकचुएट हो रहा है तो वर्कआउट बंद कर एक्सपर्ट से मिलना चाहिए. इसके अलावा ऐसे लोगों को क्वालिफाइड इंस्ट्रक्टर की देखरेख में ही जिम जॉइन करनी चाहिए और खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. रोज वर्कआउट से पहले और बाद में ब्लड शुगर लेवल जरूर चेक करना चाहिए.