Rahu Ketu ke Dosh: ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह माना जाता है. किसी जातक की कुंडली में अगर दोनों ग्रहों का दोष हो तो इंसान का जीवन नरक के समान हो जाता है और वह पाई-पाई को मोहताज हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते राहु-केतु दोष को दूर करने के लिए उपाय कर लिए जाएं.
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Rahu Ketu ke Totke: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु-केतु को अपना एक चक्र पूरा करने में डेढ़ साल का समय लग जाता है, क्योंकि ये दोनों ग्रह हमेशा उल्टी चाल चलते हैं. इन दोनों ग्रहों को छाया और पापी ग्रह माना जाता है. राहु और केतु इस साल गोचर करने वाले हैं. ये दोनों पापी ग्रह इस साल 30 अक्टूबर 2023 को मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. राहु-केतु दोष को काफी मुश्किल भरा माना जाता है. किसी जातक की कुंडली में अगर राहु-केतु दोष हो तो उसे काफी कष्टों से गुजरना पड़ता है. इस दौरान पैसों की तंगी होने लगती है और हर काम बिगड़ने लगते हैं. जीवन नरक के समान लगने लगता है, क्योंकि अब दो दिन बाद चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाले हैं. ऐसे में इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि इस दौरान कुछ खास उपाय करने से इंसान को दोनों ग्रहों के दोष से मुक्ति मिलती है.
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चैत्र नवरात्रि
चैत्र नवरात्रि 22 मार्च के दिन बुधवार से शुरू होगी, जो 30 मार्च को गुरुवार के दिन तक चलेगी. इस दौरान अगर मां दुर्गा के सभी 9 रूपों की पूजा की जाए तो न सभी कष्ट दूर होंगे, बल्कि हर ग्रहों का साथ मिलने लगेगा.
पूजा
किसी भी जातक की कुंडली में अगर राहु दोष है तो उसे मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से मां की कृपा से राहु के दोष से मुक्ति मिलती है. वहीं, केतु के दोष को दूर करने के लिए मां चंद्रघंटा की आराधना करनी चाहिए. ऐसा करने से केतु दोष को दूर करने में मदद मिलती है. हालांकि, पूजा-पाठ पूरी अराधना के साथ करना चाहिए.
चंदन
नवरात्रि के दौरान स्नान करते समय नहाने के पानी में चंदन का पाउडर डालें, फिर इससे स्नान करें. ऐसा लगातार तीन महीनों तक करें. इस उपाय को करने से राहु दोष दूर होता है और हर तरह की मुश्किलों से निजात मिलती है.
पाठ
नवरात्रि में मां दुर्गा के साथ भगवान भोलेनाथ और हनुमान जी पूजा करने से हर तरह के कष्ट दूर होते हैं. नवरात्रि में रोजाना शिव सहस्त्रनाम और हनुमान सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. इससे राहु-केतु दोष से मुक्ति भी मिलती है और दोनों ग्रह परेशान नहीं करते हैं.
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मूर्ति
नवरात्रि की खरीदारी करने जा रहे हैं तो चांदी के एक ठोस हाथी की मूर्ति भी खरीद कर लाएं. इसको घर में पूजा स्थल या तिजोरी में रख दें. इस मूर्ति का रोजाना दर्शन करनें. ऐसा करने से कुंडली में राहु के बुरे प्रभाव कम होने लगेंगे.