नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Senior Citizen Savings Scheme: रिटायरमेंट के बाद भी आय के स्रोत पर असर नहीं पड़े इसके लिए कई तरह की पेंशन योजनाएं हैं, जिसमें निवेश करके बेहतर रिटर्न हासिल किया जा सकता है। अपने जीवन के सेकेंड इनिंग को आराम से गुजारने के लिए हर कोई एक ऐसा निवेश चाहता है, जिसमें एक निश्चित राशि तो वापस मिले ही साथ ही इसमें बाकियों से ज्यादा ब्याज भी मिले। ऐसे में छोटी बचत योजनाओं के तहत वरिष्ठ नागरिक बचत योजना या सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) एक अच्छा विकल्प है।
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इस योजना के तहत वर्तमान में 8.2% तक ब्याज मिल रहा है, जो कि किसी भी FD से ज्यादा रिटर्न देता है। नई दर वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में लागू हो गई है। तो चलिए इस छोटी बचत योजना के बारे में जानते हैं।
सीमित समय के लिए है लाभ
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत बढ़ी हुई ब्याज दर का लाभ अप्रैल से शुरू हो गया है और 30 जून, 2023 तक जारी रहेगा। निवेश की बात करें तो इसमें 1,000 रुपये की न्यूनतम जमा राशि है और 15 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है। हालांकि, इस लिमिट को बढ़ाकर 30 लाख रुपये किए जाने की बात की जा रही है।
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ये लोग खोल सकते हैं खाता
एक वरिष्ठ नागरिक व्यक्तिगत रूप से या केवल पति या पत्नी के साथ संयुक्त रूप से SCSS खाता खोल सकता है। यानी कि 60 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति इस बचत योजना में निवेश कर सकता है। हालांकि, एनआरआई और एचयूएफ इस योजना में निवेश नहीं कर सकते हैं। वरिष्ठ नागरिकों को समय से पहले अपने एससीएसएस खाते को बंद करने की भी अनुमति है।
टैक्स में है छूट
Small Saving Scheme के तहत आने वाली इस बचत योजना में टैक्स कटौती का लाभ भी मिलता है। इस योजना के तहत निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कटौती के लिए योग्य है। इसके अलावा, अर्जित ब्याज एक साल में 50,000 रुपये से कम है तो खाताधारक फॉर्म 15जी/15एच जमा करके TDS में कटने वाले पैसे को बचा सकता है।
पांच साल में मिलता है मुनाफा
यह एक छोटे अवधि वाली निवेश योजना है, जिसमें मैच्योरिटी टाइम पांच साल की होती है। मैच्योरिटी टाइम से पहले पैसा निकालने पर किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं लगता है। वहीं, SCSS जमा से मिलने वाला ब्याज खाताधारक को तिमाही आधार पर मिलता है।