Vande Bharat New Route: इन ट्रेनों के जरिए यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा जैसे राज्यों में कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी. ट्रेन का खास मकसद प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों के सफर को आसान बनाना है.
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भारत की सबसे प्रीमियम ट्रेनों में शामिल वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) में सफर करने के इच्छुक लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. किराया महंगा होने की वजह से कई लोग इस ट्रेन में सफर करने से झिझकते हैं. हालांकि अब जल्द ही उनका भी सपना साकार होने वाला है. रेलवे कई रूट्स पर ‘वंदे साधारण एक्सप्रेस’ (Vande Sadharan Train) चलाने की तैयारी कर रही है. इन ट्रेनों का लक्ष्य बजट फ्रेंडली यात्रियों को अधिक किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करना है. आधिकारिक लॉन्च से पहले ही इन ट्रेनों का फर्स्ट लुक सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है. हालांकि नाम की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ‘नई वंदे साधारण ट्रेनों’ को कम किराये में पेशकश कर आम आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है.
आम आदमी के लिए हो रहा निर्माण
नई वंदे भारत ट्रेनों को सस्ते किराये के साथ आम आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिहाज से डिजाइन किया गया है. ये ट्रेनें किराये के लिहाज से काफी सस्ती होंगी. ट्रेनों में कुल 24 कोच लगाए जाएंगे और 2 इंजन होंगे. नॉन-एसी वंदे साधारण ट्रेन का उत्पादन आईसीएफ चेन्नई में शुरू हुआ, जिसकी अनुमानित लागत 65 करोड़ रुपये है. इस साल के अंत तक पहली रेक आने की उम्मीद है. इसके विपरीत, बैठने की व्यवस्था वाली पूरी तरह से एसी वंदे भारत ट्रेन का निर्माण ICF में किया जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 100 करोड़ रुपये है.
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क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
‘वंदे साधरण ट्रेन’ (Vande Sadharan Train kya Hai) में यात्री बायो-वैक्यूम शौचालय, एक यात्री सूचना प्रणाली और हर सीट पर चार्जिंग पॉइंट जैसी आधुनिक सुविधाओं की उम्मीद कर सकते हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इस ट्रेन को साल के आखिर तक शुरू किया जा सकता है, लेकिन इस बारे में भी अब तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. ये ट्रेन किराए के लिहाज से काफी सस्ती रहेगी, हालांकि सुविधाएं वंदे भारत की तरह ही रहेंगी. इन ट्रेनों के जरिए खासौतर से यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा जैसे राज्यों में कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी. ट्रेन का खास मकसद प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों के सफर को आसान बनाना है.
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पटरी पर जल्द उतरेंगी 9 Vande Bharat
दो महीने पहले 7 जुलाई को दो वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई थी. तब से, कोई नई वंदे भारत ट्रेन शुरू नहीं की गई. लंबे समय बाद फिर से कुछ राज्यों को वंदे भारत की सौगात मिलने जा रही है. हालांकि, अब कम से कम 9 ट्रेनें चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से निकल चुकी हैं, जहां इन वंदे भारत एक्सप्रेस का निर्माण किया जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन 9 ट्रेनों में से सबसे ज्यादा यानी 3 साउथ रेलवे को आवंटित की गई हैं. इसके अलावा, नॉर्थ वेस्ट, साउथ सेंट्रल, ईस्ट कोस्ट रेलवे और ईस्ट सेंट्रल को एक-एक नई वंदे भारत दी गई है. सूत्रों ने कहा कि चुनावी राज्य मध्य प्रदेश और राजस्थान भी लिस्ट में हैं और उन्हें नई ट्रेन मिलने की संभावना है.
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भारत में 25 वंदे भारत ट्रेनें
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भारत में अभी 25 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, जिनमें सबसे ज्यादा चार नॉर्थ रीजन में हैं. इसके बाद साउथ और मिडल रीजन में हैं, जिनमें से प्रत्येक में तीन ट्रेनें हैं. इसके बाद पश्चिमी, पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम रेलवे हैं, जिनमें से प्रत्येक में दो वंदे भारत हैं. बाकी 9 जोन दक्षिण पूर्व मध्य, पूर्वी, पूर्वी तट, दक्षिण मध्य, दक्षिण पूर्वी, पूर्वोत्तर सीमांत, पूर्व मध्य, दक्षिण पश्चिमी और उत्तर पूर्वी रेलवे में एक-एक वंदे भारत है.