Fake Police Fraud Safety Tips in Hindi: इन दिनों नकली पुलिस के ठगी करने के मामले अक्सर खबरों में रहते हैं, जिसमें फेक लोग बिना संदेह पैदा किए पीड़ित से पैसे ऐंठ लेते हैं.
Fake Police Fraud: इन दिनों फर्जी पुलिस से जुड़े मामलों की स्थिति काफी चिंताजनक होती जा रही है. ये फर्जी पुलिस आम लोगों से पैसे वसूलने के नए तरीके ईजाद किए हैं. ये आम लोगों के भरोसे का फायदा उठाते हैं और पीड़ित को संदेह होने से पहले उसके साथ ठगी कर लेते हैं.
आइए, यहां पर समझते हैं कि खुद को इन फेक लोगों का शिकार होने से कैसे बचाएं?
इंपर्सनेशन गेम (The Impersonation Game)
नकली पुलिस बनकर वे नकली बैज और यहां तक कि फर्जी पहचान पत्रों के साथ लोकल पुलिस जैसी वर्दी पहनते हैं. इस नकली वेशभूषा से वे अपने आपको पुलिसवाला समझने लगते हैं और रोब गांठते हैं.
फेक एमर्जेंसी स्थितियां (Fake Emergency Situations)
ये फर्जी पुलिस वाले ऐसी एमर्जेंसी वाली परिस्थिति क्रिएट करते हैं या घटनाओं को गढ़ते हैं जिनमें तत्काल पुलिस हस्तक्षेप की जरूरत होती है.
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वे आसपास के क्षेत्र में किसी अपराध या दुर्घटना की जांच करने का दावा करते हुए, सड़कों पर, अपने वाहनों में, या यहां तक कि अपने घरों में भी लोगों से संपर्क कर सकते हैं. उनकी यह जल्दबाजी ही उन्हें शक के दायरे में लाकर खड़ा कर देती है.
भय से बनाते हैं शिकार (Preying With Fear)
नकली पुलिस पीड़ितों के अंदर डर पैदा करते हैं. वे उनसे मांग करते हैं और उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई, जुर्माना या गिरफ्तारी की धमकी देते हैं. बहुत से लोग, इस बात से डर जाते हैं कि अगर वे इसका पालन नहीं किए तो उनके साथ कुछ ऐसा हो जाएगा जिससे उनकी बदनामी हो जाएगी या बिना मतलब के कोर्ट-कचहरी या पुलिस थाने का चक्कर लगाना पड़ सकता है. ऐसे में बिना कोई सवाल किए लोग पैसा या अपना कीमती सामान सौंपने में जल्दबाजी करते हैं.
एकांत में बातें करना
फर्जी पुलिस जिसको अपना शिकार बनाते हैं वे उनके साथ इस तरह की बातें करते हैं, जिससे पीड़ित व्यक्ति सबसे कटने लगता है और वह किसी से अपनी बातें साझा नहीं कर पाता है.
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नकली पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाले लोग पीड़ित व्यक्ति को अक्सर लोगों से दूर किसी एकांत जगह पर जाकर बातें करने के लिए कहते हैं. जिससे उन पर शक पैदा होता है.