नई दिल्ली: साल 2047 में जब देश आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा तो भारत विकसित देशों में शुमार होगा। तब तक देश की इकॉनमी के 30 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। अभी भारत 3.7 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया का पांचवीं बड़ी इकॉनमी है।
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2030 तक भारत के जापान और जर्मनी को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बनने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी के मुताबिक 2030 तक भारत की नॉमिनल जीडीपी 7.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। नीति आयोग भारत को 2047 तक लगभग 30 लाख करोड़ डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक विजन डॉक्युमेंट तैयार कर रहा है
नीति आयोग के सीईओ बी वी आर सुब्रमण्यम ने रविवार को कहा कि भारत को 2047 तक लगभग 30 लाख करोड़ डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए ‘विजन डॉक्युमेंट’ तैयार किया जा रहा है। ‘विजन’ दस्तावेज देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जरूरी संस्थागत और संरचनात्मक परिवर्तनों/सुधारों की रूपरेखा तैयार करेगा।
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उन्होंने कहा कि ‘विजन इंडिया एट 2047’ का मसौदा दिसंबर 2023 तक तैयार हो जाएगा और अगले तीन महीनों में इसे पेश किया जाएगा।
विजन डॉक्युमेंट
उन्होंने कहा, ‘भारत को 2047 तक करीब 30 लाख करोड़ डॉलर (29.2 लाख करोड़ डॉलर) की विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक ‘विजन’ योजना तैयार की जा रही है। इस विजन दस्तावेज का मकसद मिडिल इनकम के नेट से बचना है। उन्होंने कहा, ‘हम मध्यम-आय के जाल को लेकर चिंतित हैं। भारत को गरीबी और मध्यम-आय के जाल को तोड़ना होगा।’ मई 2023 में नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से भारत को 2047 तक विकसित बनाने की दिशा में काम करने को कहा था।
विश्व बैंक के अनुसार, प्रति व्यक्ति 12,000 डॉलर यानी करीब 10 लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय वाले देशों को उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाओं के रूप में परिभाषित किया गया है। नीति आयोग के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक अगर भारत को 2047 तक विकसित देश बनना है तो इकॉनमी को 2030 से 2047 तक सालाना 9 फीसदी की रफ्तार से बढ़ना होगा। सुब्रमण्यम ने कहा कि विजन डॉक्युमेंट में इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए जरूरी स्ट्रक्चरल बदलावों और सुधारों के बारे में बताया जाएगा।