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धर्म

Budh Ashtami 2022: आज बुधाष्टमी पर इन उपायों से मिलेगी बुध ग्रह को मजबूती, व्यापार में मिलती जाएगी तरक्की

Budhashtami Sanyog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी माह के बुधवार को अष्टमी तिथि होने पर इसे बुधाष्टमी कहा जाता है. इस दिन कुंडली में कमजोरी बुध ग्रह को मजबूती देने के लिए कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. 

Budh Ashtami Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 9 ग्रह व्यक्ति के जीवन पर किसी न किसी तरह से प्रभाव डालते हैं. ऐसे ही बुधवार का बुध ग्रह की पूजा और उपायों के लिए श्रेष्ठ माना गया है. बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है. अगर किसी भी जातक की कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में है या फिर बुध दोष है, तो उसके लिए बुधाष्टमी का दिन बेहद खास है. इस साल ये संयोग आज यानी 20 जुलाई को बन रहा है. आइए जानें बुधाष्टमी पर किए जाने वाले उपायों के बारे में. 

बुधदेव की पूजा विधि

बुधाष्टमी के दिन स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद किसी शांत स्थान पर हरे रंग के वस्त्र पहन कर बैठ जाएं और ऊं ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम: मंत्र का जाप 17, 5 या 3 माला करें. दिनभर व्रत रखें और शाम के समय बिना नमक का भोजन ग्रहण करें. अगर संभव हो तो आज के दिन हरी मूंग दाल या इससे संबंधित चीजें ही खाएं. भोजन करने से पहले तुलसी के पत्ते चरणामृत या गंगाजल के साथ ग्रहण करें. अगर आप आज के दिन व्रत करते हैं तो विद्या, धन आदि की प्राप्ति होती है. साथ ही व्यापार में उन्नति मिलती है और बुध दोष से छुटकारा. 

बुध कमजोर होने के लक्ष्ण

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होता है तो व्यक्ति को पैसों की तंगी का सामना करना पड़ता है. उस पर कर्ज बढ़ने लगता है. इतना ही नहीं, व्यक्ति की बहन, बुआ और मौसी आदि से रिश्ते खराब होने लगते हैं. व्यक्ति के आत्मविश्वास में कमी आती है और बुद्धि का स्तर कम हो जाता है. 

बुधाष्टमी पर करें ये उपाय 

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक की जन्म कुंडली में बुध ग्रह पापी ग्रहों से पीड़ित है, तो बुधाष्टमी के शुभ योग में गायों को हरा चारा खिलाएं. 

– आज के दिन तांबे के टुकड़े में छेद करके नदी में प्रवाहित करने से लाभ होगा. 

– किसी ज्योतिष से सलाह लेकर आज के दिन शुभ योग में पन्ना धारण कर सकते हैं. 

– बुधाष्टमी के शुभ अवसर पर गणेश जी को मूंग के 21 लड्डू अर्पित करें. इससे बुध ग्रह और गणेश जी दोनों की कृपा प्राप्त होती है. 

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