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HDFC Bank: सबसे बड़े निजी बैंक का संदेश- मेरे पास RD में रखो पैसा, दूंगा ज्यादा ब्याज

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देश के सबसे बड़े प्राइवेट लेंडर अथवा ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने रिकरिंग डिपोजिट्स (RD) पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं. बैंक ने 6 से 36 महीने और 90 से 120 महीने में मैच्योर होने वाली RD पर ब्याज दरें में वृद्धि की है.

नई दिल्ली. एचडीएफसी बैंक ने रिकरिंग डिपोजिट्स (RD) पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं. नई दरें 11 अक्टूबर 2022 से प्रभावी हो चुकी हैं. HDFC Bank ने चुनिंदा कार्यकाल पर ब्याज दर में 50 आधार अंकों तक की वृद्धि की है. बैंक ने 6 से 36 महीने और 90 से 120 महीने में मैच्योर होने वाली RD पर ब्याज दरें में वृद्धि की है. नई बढ़ोतरी के बाद, HDFC Bank अब आम जनता के लिए 6 महीने से 120 महीने तक की अवधि के लिए आरडी पर 4.25% से 6.10% ब्याज दरें ऑफर कर रहा है.

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वरिष्ठ नागरिकों के लिए एचडीएफसी बैंक ने अपनी ब्याज दरों में अतिरिक्त ब्याज ऑफर किया है. बैंक अब वरिष्ठ नागरिकों को आरडी (HDFC Bank RD rates for senior citizens) पर 4.75% से 6.75% ब्याज दरों की पेशकश करेगा, जिनकी अवधि 6 महीने से 120 महीने तक होगी.

वृद्धि के बाद नई दरें
एचडीएफसी बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम की सावधि जमा पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, नई दरें 11 अक्टूबर 2022 से प्रभावी हैं. इस वृद्धि के बाद, एचडीएफसी बैंक की ब्याज दरें (HDFC Bank new RD rates) आम लोगों के लिए 7 दिनों से 10 वर्षों में मैच्योर होने वाली जमा राशि पर 3.00% से 6.00% तक हैं. इन डिपोजिट्स पर वरिष्ठ नागरिकों को 3.50% से 6.75% तक की ब्याज दर मिल रही है.

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क्या फर्क है RD और FD में
आवर्ती जमा (RD), सावधि जमा (FD) के समान ही हैं, लेकिन आरडी में आप एक बार में पूरा पैसा निवेश करने के बजाय, मासिक आधार पर जमा करते हैं और मैच्योरिटी पर पैसा निकालते हैं.

RD में निवेश करना वेतनभोगी लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, क्योंकि उन्हें एक बार में एकमुश्त राशि का निवेश नहीं करना पड़ता है, जैसा कि फिक्स्ड डिपोजिट्स में होता है. RD में निवेशक को हर महीने अपनी आमदनी का एक हिस्सा ही निवेश करना होता है, जिसकी रकम पहले से तय होती है.

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