How to Prevent Type-2 Diabetes: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाने पर पूरी जिंदगी साथ नहीं छोड़ती, इसलिए अगर आपको डायबिटीज है या फिर नहीं है दोनों ही कंडीशन्स में हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की जरूरत है ताकि इसके जोखिम से बचा जा सके. कम कैलोरी वाले फूड्स इससे राहत देते हैं.
How to Prevent Type-2 Diabetes: डायबिटीज यानी मधुमेह की समस्या पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़ी है. पहले इसे बुजुर्गों की बीमारी के तौर पर जाना जाता था लेकिन अब इससे युवा और छोटे बच्चे भी ग्रसित पाए जा रहे हैं. मौजूदा समय में डायबिटीज भारत समेत पूरी दुनिया की एक गंभीर समस्या बनी हुई है. डायबिटीज की सबसे बड़ी वजह हमारी खराब जीवनशैली और अनहेल्दी खानपान हैं. डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव करना बहुत जरूरी है. इस बीच एक रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया में लोग वेट मैनेजमेंट को अपनाकर टाइप 2 डायबिटीज की समस्या से राहत पा रहे हैं.
मेडिकल एक्सप्रेस की खबर के अनुसार ग्लास्को विश्वविद्यालय के नेतृत्व में स्टैंड बाय ट्रायल के एक स्टडी की गई. इसमें करीब 12 सप्ताह तक दक्षिण एशियाई लोगों को वजन कम करने के लिए एक सीमित मात्रा में आहार दिया गया. स्टडी में सामने आय शोध में शामिल सभी लोगों में से करीब 40 प्रतिशत लोगों ने टाइप 2 डायबिटीज में कमी की सूचना दी
बच्चों और टीन्स को ज्यादा प्रभावित करती है डायबिटीज
डायबिटीज की समस्या एक वैश्विक समस्या है और इससे पूरी दुनिया में करीब 400 मिलियन लोग प्रभावित हैं. टाइप 2 डायबिटीज बच्चों और टीन्स को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है. रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में हर 10 वयस्क लोगों में से एक शख्स टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित है.
वजन घटाने से डायबिटीज में मिली राहत
ग्लासगो विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए डायरेक्ट अध्ययन में यह पता चला कि अगर वेट मैनेजमेंट को अच्छी तरह से फॉलो करके 10 किलो या फिर उससे अधिक वजन घटाया जाए तो इससे मधुमेह का स्तर कम होता है और डायबिटीज होने का खतरा भी बहुत कम रह जाता है. 70 प्रतिशत लोगों ने छह साल से कम अवधि के टाइप 2 डायबिटीज का निदान हुआ. स्टडी में शामिल करीब 46 प्रतिशत लोगों को वेट मैनेजमेंट के जरिए टाइप 2 डायबिटीज में राहत मिली.
बिना दवाई के लोग हुए ठीक
हालांकि जिन लोगों को स्टडी के दौरान टाइप 2 डायबिटीज से राहत मिली वे सभी श्वेत ब्रिटिश थे इसलिए अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है थी कि दूसरे लोगों पर इसका क्या असर होगा, लेकिन अब स्टैंडबाय ट्रायल में दक्षिण एशियाई लोगों में भी वेट मैनेजमेंट के जरिए डायबिटीज में राहत के संकेत मिले हैं. स्टडी में शामिल 23 लोगों में से 10 लोग बिना किसी दवाई के टाइप 2 डायबिटीज से मुक्त हो गए थे. इसके पीछे एक सबसे बड़ी वजह अपना वजन कम करना था. स्टडी में शामिल 35 प्रतिभागियों ने 10 प्रतिशत से अधिक वजन कम किया जिससे लीवर में वसा की मात्रा भी आधी हो गई थी.