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हेल्थ

2 रुपये की गोली से दूर होगी कोलेस्ट्रॉल की समस्या ! खून में जमा कचरा होगा बाहर, सबसे पहले करें यह काम

Statin Drug To Lower Cholesterol: शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर 70 mg/dL से कम होना चाहिए. कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने पर ब्लड फ्लो प्रभावित हो जाता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक जैसी समस्या पैदा हो सकती है. इससे बचने के लिए डॉक्टर की सलाह पर कुछ दवाएं ले सकते हैं.

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Cholesterol Lowering Medications: हमारे शरीर को एक निश्चित मात्रा में कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है. यह एक प्रकार का लिपिड होता है, जो कोशिका झिल्ली, टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजेन जैसे प्रमुख हार्मोन बनाने में मदद करता है. फैट और विटामिन D को अब्जॉर्ब करने के लिए कोलेस्ट्रॉल बेहद जरूरी होता है. जब तक शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नॉर्मल रहता है, तब तक इससे शरीर को सिर्फ फायदा होता है. जब इसका स्तर सामान्य से ज्यादा हो जाए, तब परेशानियां शुरू हो जाती हैं. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से ब्लड फ्लो में रुकावट आ जाती है. इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक की नौबत आ जाती है.

हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल, हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज को बेहद कारगर माना जाता है. हालांकि कई बार अच्छा रूटीन फॉलो करना काफी मुश्किल होता है. ऐसे में दवा लेने की जरूरत पड़ जाती है. अब सवाल उठता है कि क्या कोलेस्ट्रॉल को कम करने की कोई दवा होती है. जी हां, कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए कई दवाएं होती हैं, जिनके इस्तेमाल से न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है, बल्कि हार्ट अटैक, स्ट्रो का खतरा भी कम हो जाता है. इसके लिए जरूरी है सही जानकारी और डॉक्टर की सलाह.

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कोलेस्ट्रॉल के लिए यह दवा कारगर
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को दवा की जरूरत तब होती है, जब आपकी डाइट से अच्छे परिणाम न मिलें और दिल के दौरे का खतरा ज्यादा हो. आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल को कम करने की दवा 5 तरह की हैं. इनमें से बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए स्टैटिन (Statin Drug) को पहली पसंद माना जाता है. स्टैटिन को HMG-CoA रिडक्टेस इनहिबिटर भी कहा जाता है. इनमें लवस्टैटिन (मेवाकोर), सिमवास्टैटिन (ज़ोकोर), प्रवास्टैटिन (प्रवाचोल), फ्लुवास्टैटिन (लेस्कोल), एटोरवास्टैटिन (लिपिटर), और रोसुवास्टैटिन (क्रेस्टर) शामिल हैं. स्टैटिन HMG-CoA रिडक्टेस नामक एक एंजाइम को ब्लॉक करते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल का प्रोडक्शन होता है.

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2 रुपये के आसपास होती है कीमत
स्टैटिन दवा लेने से न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है, बल्कि इससे धमनियों के सख्त होने (एथेरोस्क्लेरोसिस) के खतरे को भी कम किया जा सकता है. हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम कम करने में इस दवा से मदद मिलती है. कीमत की बात करें, तो भारत में अधिकतर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर इस दवा के एक पत्ते यानी 10 टैबलेट्स की कीमत करीब 25 रुपये है. आसान भाषा में समझें, तो एक टैबलेट करीब 2.50 रुपये की पड़ती है. हालांकि सबसे जरूरी बात यह है कि डॉक्टर की सलाह के बिना यह दवा खुद से नहीं लेनी चाहिए. अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल ज्यादा है, तो पहले डॉक्टर से मिलें और उसकी सलाह पर ही कोई कदम उठाएं.

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