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Layoffs News : मेटा कर्मचारियों पर गिर सकती है ‘गाज’, फिर हो सकती है छंटनी, आखिर क्या है इसकी वजह?

फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा में आने वाले दिनों में कर्मचारियों पर फिर से गाज गिरने वाली है. मेटा में छंटनी का एक और दौर आने वाला है, यानी कंपनी फिर से छंटनी कर सकती है.

फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा में आने वाले दिनों में कर्मचारियों पर फिर से गाज गिरने वाली है. मेटा में छंटनी का एक और दौर आने वाला है, यानी कंपनी फिर से छंटनी कर सकती है. कंपनी इस तैयारी में है कि इस साल वह मौजूदा कर्मियों के साथ बिजनेस को आगे बढ़ा सकती है या फिर छंटनी कर टीम को छोटा कर सकती है. द फाइनेंशियल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, मेटा में काम कर रहे कर्मचारी काफी अनिश्चितता के माहौल में है. उन्हें बजट न मिलने के कारण फिर से छंटनी जैसी चिंताएं सता रही है. बता दें कि अगर आने वाले समय में मेटा में छंटनी होती है तो यह दूसरी बार है, जब मेटा में लगातार दूसरे साल भी छंटनी हो रही है.

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इससे पहले पिछले ही साल कंपनी ने करीब 11 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला दिया था. ऐसे में यह छंटनी केवल मेटा में ही नहीं, बल्कि अमेरिका के कई बड़ी कंपनियों में भी हुई थी.

4 महीने की सैलरी दी जाएगी
मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने 11,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इसके अलावा नई भर्तियों पर तो पहले से ही रोक लगाई जा चुकी है. मेटा के जिन कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया गया, उन्हें 4 महीने की सैलरी दी जाएगी. कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स हेड लॉरी गोलेर के अनुसार, निकाले गए कर्मचारियों को मुआवजे के तौर पर 4 महीने की सैलरी दी जाएगी.

2004 में शुरू हुई कंपनी के 18 सालों के इतिहास में ये सबसे बड़ी छंटनी हैं. कंपनी की खस्ता माली हालत और खराब तिमाही नतीजों के चलते ये फैसला लिया गया है.

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क्यों पड़ी छंटनी की जरूरत?
मेटा के पोर्टफोलियो में फेसबुक, इंस्टाग्राम, और वॉट्सऐप जैसे प्रमुख प्रोडक्ट्स हैं. परंतु अपने मेटावर्स बिजनेस पर ज्यादा निवेश करने की वजह से कंपनी की माली हालत खस्ता हो गई. निवेश काफी किया, लेकिन रिटर्न नहीं मिला तो स्थिति और खराब होने लगी. ऐसे में मेटा पर अपने ओवरऑल बिजनेस में कॉस्ट कटिंग का फैसला लेना त्वरित कदमों में से एक है.

इन कंपनी ने भी कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता
मेटा के अलावा, ट्विटर (Twitter), स्ट्राइप (Stripe), सेल्सफोर्स (Salesforce), लिफ़्ट (Lyft), स्पॉटिफ़ाई (Spotify), पेलोटन (Peloton), नेटफ्लिक्स (Netflix), रॉबिनहुड (Robinhood), इंस्टाकार्ट (Instacart), उडेसिटी (Udacity), बुकिंग डॉट कॉम (Booking.com), ज़िलो (Zillow) , लूम (Loom), बियॉन्ड मीट (Beyond Meat) और कई अन्य कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनी हुई है.

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