All for Joomla All for Webmasters
दुनिया

भारत-रूस संबंधों पर पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री का बड़ा बयान, ‘हमें संयम दिखाना होगा’

India Russia Relations: अमेरिका के पूर्व रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कहा कि भारत रूसी प्रभाव क्षेत्र से बाहर आ रहा है. उन्होंने कहा कि यह भारत को भाषण देने का समय नहीं है, बल्कि यह उसके साथ काम करने का अवसर है,

India-US Relations: पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कहा है कि अमेरिका को रूस से संबंधों को लेकर भारत के साथ रणनीतिक संयम दिखाने की आवश्यकता है. मैटिस ने साथ ही कहा कि भारत यूक्रेन पर रूस के हमले का समर्थन नहीं करता है. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंध बहुत काफी मजबूत हुए हैं.

ये भी पढ़ें– Income Tax Rules: बिना AIS के फाइल न करें ITR, पड़ सकता है भारी, जानिए क्या है AIS, क्यों है जरूरी?

मैटिस ने बुधवार को कहा, ‘हमें कुछ संयम दिखाने की जरूरत है. वे (भारतीय) सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.’ मैटिस ने बुधवार को ‘कांग्रेशनल इंडिया कॉकस’ के सह-अध्यक्ष रो खन्ना द्वारा आयोजित भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन में यह बयान दिया.  उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी रणनीतिक स्वतंत्रता बनाए रखी है और भारत सरकार यूक्रेन पर रूसी हमले का समर्थन नहीं करती.

पीएम मोदी बहुत स्पष्ट रहे हैं’
मैटिस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लेकर बहुत स्पष्ट रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘भारत को अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करते रहना होगा.’

ये भी पढ़ेंUP में आंगनबाड़ी के बंपर पदों पर निकली वैंकेसी! इस दिन जारी किया जाएगा नोटिफिकेशन

मैटिस ने कहा कि भारत का रूस के निकट होना इस समय अमेरिका के लिए बुरा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘भारत जो आखिरी चीज करना चाहता है…वह रूस और चीन को एक साथ लाना है.’

भारत ने रूसी हमले की नहीं की है निंदा
चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद (क्वाड) के अपने सहयोगी देशों के विपरीत भारत ने यूक्रेन पर रूस के हमले की अभी तक निंदा नहीं की है और वह रूसी आक्रमण को लेकर संयुक्त राष्ट्र मंचों पर मतदान से दूर रहा है. भारत यूक्रेन में हिंसा पर तत्काल रोक लगाने और कूटनीति एवं वार्ता के जरिए संकट का समाधान करने पर जोर देता रहा है.

ये भी पढ़ें– नौकरीपेशा के लिए ITR भरना आसान, सहज और सुगम फॉर्म के लिए सॉफ्टवेयर लांच, कहां और कैसे उठाएं फायदा?

‘भारत का पड़ोस जटिल है’
मैटिस ने कहा कि भारत रूसी प्रभाव क्षेत्र से बाहर आ रहा है. उन्होंने कहा कि यह भारत को भाषण देने का समय नहीं है, बल्कि यह उसके साथ काम करने का अवसर है, जिसका पड़ोस जटिल है. उन्होंने कहा कि एक ओर उसका एक कट्टरपंथी और परमाणु हथियार रखने वाला पड़ोसी देश पाकिस्तान है और दूसरी ओर, उसका एक पड़ोसी चीन है जो उसे डराने की कोशिश कर रहा है.

मैटिस ने कहा कि अमेरिकी प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिकों के बीच सहयोग को जारी रखने और उनके आवागमन में आने वाली बाधाओं को दूर करने की मांग की.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top