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मोदी सरकार की ‘महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट’ योजना की सच्चाई! कितना मिलता है ब्याज, क्या है योजना का उद्देश्य, जानें सब कुछ

साल 2023 में मोदी सरकार (Modi Government) ने ‘महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट’ (Mahila Samman Saving Certificate) नाम से महिलाओं के लिए योजना की शुरुआत की थी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को बचत के लिए प्रेरित करना है. इस स्कीम में कोई भी महिला निवेश कर सकती है.

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दो महीने में ही बना था रिकॉर्ड

महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम (Mahila Samman Saving Certificate) के लॉन्च होने के केवल दो महीने के अंतराल में ही पांच लाख अकाउंट ओपन हुए थे. योजना में कोई अभिभावक या महिला स्वयं या किसी नाबालिक लड़की के लिए निवेश की शुरुआत कर सकती है.

कितना कर सकते हैं निवेश

यह कम समय की बचत योजना है. जिसमें कम से कम एक हजार रुपये और अधिकतम 2,00,000 रुपये का निवेश किया जा सकता है. एक महिला इस योजना के अंतर्गत कितने भी खाते खोल सकती है. लेकिन सभी खाते में जमा कुल राशि दो लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही पहले खाते और दूसरे खाते को खोलने के बीच कम से कम तीन महीने का अंतर होना चाहिए.

कितना मिलता है ब्याज

महिलाओं को उनके निवेश पर 7.50 प्रतिशत का कंपाउंडिंग इंटरेस्ट मिलता है.

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क्या है उम्र सीमा

कोई भी महिला महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम के अंतर्गत अकाउंट ओपन करवा सकती है. यदि लड़की की उम्र 18 साल से कम है तो वह अपने माता-पिता या अभिभावक की देख रेख में अकाउंट ओपन करवा सकती है.

महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में कैसे ओपन करें अकाउंट

कोई महिला अधिकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर केवल एक फॉर्म भरकर ये खाता खोल सकती है. इसके लिए केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करनी जरूरी है.

महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम के लिए आवश्यक दस्तावेज

आधार कार्ड,

पैन कार्ड,

पासपोर्ट साइज फोटो आदि

कब कर सकते हैं खाते से निकासी

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इस योजना में समय से पहले निकासी की सुविधा भी दी जाती है. एक साल की अवधि के बाद खाता धारक अपने अकाउंट से कुल जमा का 40 प्रतिशत पैसा निकाल सकता है. यदि खाता धारक की मृत्यु हो जाए तो ऐसे मामले में नॉमिनी को पूरी जमा पूंजी निकालने का अधिकार होगा.

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