All for Joomla All for Webmasters
बिज़नेस

Sovereign Gold Bond Scheme 2023: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के नए इश्यू की घोषणा, जानें- स्कीम से जुड़ी खास बातें

gold__pexels

Sovereign Gold Bond Scheme 2023: एसजीबी स्कीम के पहले ट्रांच की घोषणा कर दी गई है. यह 19 जून को लॉन्च किया जाएगा.

New SGB Issue: Key Features: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना सरकार समर्थित एक पहल है जो लोगों को पेपरलेस तरीके से सोने में इन्वेस्ट करने की अनुमति देती है. फिजिकल सोना खरीदने के बजाय, इन्वेस्टर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए गए बांड्स खरीदते हैं, जो सोने की कीमत से जुड़े होते हैं.

ये भी पढ़ेंTerm Insurance Plan: टर्म इंश्योरेंस प्लान लेने से पहले जानें ये 10 जरूरी बातें, जिनसे होगा फायदा

जारी करने की तारीख

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना का नया अंक अगले सप्ताह खुलने वाला है. कृपया ध्यान दें कि खास तारीख बदल भी सकती है. इसलिए सटीक लॉन्च और समापन तारीखों के लिए संबंधित अधिकारियों या वित्तीय संस्थानों से चेक करना जरूरी होता है. सरकार की तरफ से तारीख की भी घोषणा कर दी गई है. यह नया इश्यू 19 जून को लान्च होगा.

पात्रता

यह योजना निवासी व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों (HUF), ट्रस्टों और धर्मार्थ संस्थानों के लिए खुली है. अनिवासी भारतीय (NRI) सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के लिए पात्र नहीं हैं.

डीनॉमिनेशन

बांड एक वित्तीय वर्ष (अप्रैल से मार्च) में व्यक्तियों और एचयूएफ के लिए 1 ग्राम के न्यूनतम इन्वेस्ट और 4 किलोग्राम की अधिकतम सीमा के साथ ग्राम सोने के डीनॉमिनेशन में जारी किए जाते हैं.

ये भी पढ़ें– SBI Amrit Kalash Scheme: SBI की यह स्कीम रिटायरमेंट के बाद सीनियर सिटिजन्स की चिंताओं को करती है दूर, जानें- फायदे

टेन्योर

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अवधि 8 वर्ष है, जिसमें 5वें वर्ष से बाहर निकलने का ऑप्शन भी रहता है. इन्वेस्टर ब्याज भुगतान तारीखों पर 5वें वर्ष के बाद योजना से बाहर निकलने का ऑप्शन चुन सकते हैं.

ब्याज दर

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में एक निश्चित सालाना ब्याज दर होती है, जिसका भुगतान छमाही रूप से किया जाता है. ब्याज दर की घोषणा आरबीआई द्वारा प्रत्येक इश्यू से पहले की जाती है. फिलहाल यह 2.5% सालाना निर्धारित है.

पेमेंट मोड

इन्वेस्टर बांड के लिए नकद (एक निश्चित सीमा तक), चेक, डिमांड ड्राफ्ट, या इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर के माध्यम से पेमेंट कर सकते हैं.

बेनिफिट्स

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना कई तरह के बेनिफिट्स प्रदान करती है, जैसे इन्वेस्टमेंट पर ब्याज अर्जित करने का अवसर, मैच्योरिटी तक रखे जाने पर कैपिटल बेनिफिट्स टैक्स से छूट, और फिजिकल सोने के भंडारण और सुरक्षा से संबंधित कोई समस्या नहीं.

ये भी पढ़ें– Income Tax Return: नौकरीपेशा के ल‍िए बड़ी खबर, इस तारीख तक म‍िलेगा Form 16; क‍िन बातों का रखें ध्‍यान?

ट्रेडिंग

बांड मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हैं, जिससे इन्वेस्टर सेकेंडरी मार्केट में उनका व्यापार कर सकते हैं. हालांकि, सेकेंडरी मार्केट में लिक्विडिटी अलग हो सकती है.

टैक्सेशन

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड से अर्जित ब्याज इन्वेस्टर के आयकर स्लैब के अनुसार टैक्सेबल है. हालांकि, मैच्योरिटी पर बॉन्ड को भुनाने से होने वाले कैपिटल गेन्स को टैक्स से छूट मिलती है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top