गौतम अडानी की साधारण शुरुआत से लेकर भारत के सबसे प्रभावशाली व्यवसायियों में से एक बनने तक की यात्रा उनकी उद्यमशीलता की दृष्टि और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है.
Gautam Adani Birthday: भारतीय उद्योगपति (Industrialist) और उद्यमी (Entrepreneur) गौतम अडानी अपने विशालकाय बिजनेस अंपायर और अपार संपत्ति के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं. अडानी समूह के चेयरमैन और फाउंडर के तौर पर उन्होंने भारत के बुनियादी ढांचे, एनर्जी और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई है.
आइए, यहां जानते हैं गौतम अडानी और उनके विशालकाय अंपायर के बारे में दस ऐसी बातें जिसके बारे में लोग कम जानते हैं.
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सामान्य शुरुआत
गौतम अडानी एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं. 24 जून, 1962 को गुजरात के एक छोटे से शहर में जन्मे, अडानी ने कमोडिटीज ट्रेडिंग से अपनी उद्यमशीलता (Entrepreneurial) यात्रा की शुरुआत की.
शुरुआती वेंचर्स
बिजनेस यात्रा की शुरुआत में गौतम अडानी ने एक हीरा ब्रोकरेज फर्म की स्थापना की. हालांकि, उन्होंने जल्द ही पॉवर और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में अपार संभावनाओं को पहचान लिया, जिससे बिजनेस पर फोकस करने में रणनीतिक बदलाव आया.
अडानी ग्रुप का डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो
अडानी के नेतृत्व में, अडानी समूह ने रीन्यूएबल एनर्जी, पोर्ट, लॉजिस्टिक्स, एग्री बिजनेस, रीयल एस्टेट और डिफेंस सहित अनेक तरह के उद्योगों में अपने बिजनेस का विस्तार किया. जिसकी वजह से अडानी समूह ने सफलता के झंडे गाड़े हैं.
APSEZ का विकास
अडानी की प्रमुख कंपनी, APSEZ, भारत की सबसे बड़ी निजी मल्टी-पोर्ट ऑपरेटर बन गई है और उनके गाइडेंस में जबरदस्त वृद्धि का अनुभव किया है. कंपनी कई भारतीय राज्यों में पोर्ट्स का संचालन करती है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका विस्तार हुआ है.
रीन्यूएबल एनर्जी का विस्तार
रीन्यूएबल एनर्जी के महत्व को समझते हुए, अडानी ने सौर और पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में भारी निवेश किया है. अडानी समूह की सहायक कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी रीन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक बनकर उभरी है.
एयर पोर्ट्स में अडानी ग्रुप की एंट्री
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अडानी के महत्वाकांक्षी वेंचर्स में भारत के छह प्रमुख हवाई अड्डों, अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, मंगलुरु, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के लिए बोलियां जीतना शामिल है. यह कदम अडानी समूह के एयरपोर्ट सेक्टर में एंट्री का प्रतीक बन गया है.
अडानी की संपत्ति को लेकर विवाद
अडानी की तेजी से वृद्धि और भारी संपत्ति ने आलोचना और विवादों को जन्म दिया है. आलोचकों द्वारा एन्वायर्नमेंटल वायलेशंस, अपारदर्शी बिजनेस और इकोनॉमिक पॉवर की एकाग्रता पर आलोचकों ने सवाल खड़े किए हैं.
फिलांथ्रोफिक एफर्ट्स
अडानी की संपत्ति और सफलता ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है. उनकी परोपकारी पहलों पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता है. वह शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और ग्रामीण विकास पर फोकस करते हुए विभिन्न धर्मार्थ गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हैं.
पर्सनल असेट्स और रैंकिंग
गौतम अडानी की निजी संपत्ति हाल के वर्षों में आसमान छू पर पहुंच गई. जून 2023 में अडानी की कुल संपत्ति 52.2 बिलियन डॉलर है. पोर्ट के बिजनेस अडानी की इनकम का सबसे बड़ा स्रोत है.
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वैश्विक पहचान
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अडानी की उपलब्धियों और प्रभाव ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई है. उन्हें फॉर्च्यून की “विश्व के 50 महानतम नेताओं” और फोर्ब्स एशिया की “परोपकार के नायकों” जैसी प्रतिष्ठित सूचियों में शामिल किया गया है.
गौरतलब है कि गौतम अडानी की साधारण शुरुआत से लेकर भारत के सबसे प्रभावशाली व्यवसायियों में से एक बनने तक की यात्रा उनकी उद्यमशीलता की दृष्टि और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है.