बिहार के अररिया में पत्रकार की हत्या के आरोप में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
अररिया: बिहार के अररिया जिला के रानीगंज में शुक्रवार को एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार विमल कुमार यादव की हत्या के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक मृतक विमल के पिता हरेन्द्र प्रसाद सिंह के बयान के आधार पर रानीगंज थाना में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. दर्ज प्राथमिकी में 8 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि 8 नामजद आरोपियों में से शुक्रवार की रात 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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SP अरुण कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि 8 आरोपियों में से 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दो आरोपी एक अन्य मामले में न्यायिक हिरासत में हैं.आरोपियों का आपराधिक इतिहास है. अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें छापेमारी कर रही हैं. वहीं, मृतक के पिता ने कहा है कि विमल ने पुलिस को बताया था कि उसकी जान को खतरा है. उसने 3-4 दिन पहले ही पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया.
गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लेगी पुलिस
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में भरगामा थाना के भरना निवासी विपिन यादव, रानीगंज के बेलसारा निवासी भवेश यादव और आशीष यादव तथा रानीगंज थाना के कोशिकापुर निवासी उमेश यादव शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि नामजद आरोपियों में से दो आरोपी रूपेश यादव फिलहाल सुपौल जेल में तथा कांति यादव अन्य मामलों में अररिया जेल में बंद है. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की जा रही है तथा जेल में बंद आरोपियों को भी पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की योजना बना रही है. अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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शुक्रवार को हुआ था मर्डर
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उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की सुबह रानीगंज के प्रेम नगर स्थित आवास से पत्रकार विमल को अपराधियों ने घर से बुलाया. जैसे ही वे दरवाजा खोलकर बाहर निकलने वाले थे, वैसे ही अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी. गोली लगने से उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. बताया जाता है कि अपराधी बाइक पर सवार होकर आए थे. दो साल पूर्व विमल के बड़े भाई को हत्या भी अपराधियों ने कर दी थी. इस मामले में विमल मुख्य गवाह थे.