अपना घर हर किसी का सपना होता है. महानगरों में रियल एस्टेट जिस तरह से महंगा हुआ है, इस सपने को पूरा कर पाना आसान नहीं रह गया है.
ये भी पढ़ें– FD पर यह बैंक दे रहा ‘रिकार्ड तोड़’ ब्याज, इंटरेस्ट के मामले में SBI, एचडीएफसी इससे कोसों दूर
अक्सर लोग इस सपने को पूरा करने के लिए होम लोन का सहारा लेते हैं. इसके लिए बैंक या एनबीएफसी आसानी से फाइनेंस मुहैया करा भी देते हैं, लेकिन यह काफी महंगा साबित होता है. ज्यादातर मामलों में ऐसा होता है कि लोग मूलधन से ज्यादा ब्याज भर देते हैं.
ब्याज बचाने के ये उपाय
चूंकि घर खरीदना कोई छोटा फाइनेंशियल टारगेट नहीं है, ऐसे में कम ही लोग हैं जो पूरा पेमेंट कर घर खरीद पाते हैं. मतलब होम लोन लेना एक तरह से अपरिहार्य हो जाता है. हालांकि अगर कुछ तरीके अपनाए जाएं तो लोग होम लोन पर लाखों की बचत कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि होम लोन का ब्याज किन तरीकों से कम किया जा सकता है और इन उपायों से लोगों को किस हद तक की बचत हो सकती है…
जितना ज्यादा टेन्योर, उतना ज्यादा ब्याज
सबसे पहले ये जान लीजिए कि होम लोन एक लॉन्ग टर्म लोन है. लोग 20, 25,30 सालों के लिए लोन लेते हैं. ऐसे में ब्याज मूल रकम से बहुत ज्यादा हो जाता है. लोन का टेन्योर जितना अधिक होगा, आप उतनी ज्यादा किस्तें भरेंगे और उतना ही ज्यादा ब्याज का बोझ पड़ेगा. मतलब साफ है कि होम लोन का बोझ कम करने के लिए आपको सबसे पहले टेन्योर को कम करने पर ध्यान देना होगा. यह काम अप प्रीपेमेंट के माध्यम से कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें– चुनावी दंगल और पुरानी पेंशन.., क्यों मचा है हल्ला? समझिए OPS और NPS में 10 बड़े अंतर
मूल धन से ज्यादा भर देते हैं ब्याज
अब मान लीजिए कि आपने 50 लाख रुपये का लोन लिया है. ब्याज दर 9 फीसदी है और लोन का टेन्योर 20 साल यानी 240 महीने है. ऐसे में आपकी मासिक किस्त बनती है 44,987 रुपये. फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस हिसाब से कैलकुलेट करें तो आप 50 लाख रुपये के लोन के बदले अगले 20 सालों में बैंक को 1,07,96,880 रुपये का भुगतान करते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो मूल धन 50 लाख रुपये और उस पर सिर्फ ब्याज हो गया करीब 58 लाख रुपये.
ब्याज बचाने का बेसिक फॉर्मूला
अब सबसे बेसिक फॉर्मूला अपनाते हैं… हर साल एक ईएमआई प्रीपेमेंट करने की,यानी हर साल एक महीने की ईएमआई एक्स्ट्रा भरने की. अगर आप ये स्ट्रेटजी अपनाएंगे तो आप टोटल 7.65 लाख रुपये का प्रीपेमेंट कर देंगे. इस मामले में लोन टेन्योर में 45 महीने की कमी आएगी और आप 45.01 लाख रुपये का टोटल ब्याज भरेंगे. मतलब आपको ब्याज पर करीब 13 लाख रुपये की बचत होगी.
इस तरह से बचेंगे 35 लाख
एक तरीका ये है कि आप हर साल लोन के 5 फीसदी अमाउंट का प्रीपेमेंट कर दें. ऐसे में 10 बार में टोटल प्रीपेमेंट होगा 23.76 लाख रुपये का.
ये भी पढ़ें– Retirement में न आए पैसों की किल्लत, हर महीने मिलेगी 1 लाख रुपए की पेंशन, ऐसे करें निवेश
लोन टेन्योर 240 महीने से कम होकर 109 महीने रह जाएगा. आप इस मामले में सिर्फ 23 लाख रुपये के आस-पास का ब्याज भरेंगे यानी बचत 35 लाख रुपये से ज्यादा हो जाएगी. वहीं अगर आप हर साल में एक बार बैलेंस के 5 फीसदी का भुगतान करते हैं तो आपको 31.50 लाख रुपये की बचत होगी.