चुनाव आयोग आज लोकसभा चुनाव की घोषणा करना वाल है। ऐसे में राजनीति जोरों पर है। पंजाब में कांग्रेस के कांग्रेस के तीन पूर्व प्रदेश अध्यक्षो ने पूर्व की अपनी सरकार पर सवालों की झड़ी लगा दी। उन्होंने पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले और 2020 में जहरीली शराब से मारे गए 114 लोगों के मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई है। इसमें नवजोत सिंह भी शामिल हैं।
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। लोक सभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले कांग्रेस के तीन पूर्व प्रदेश प्रधानों ने अपनी ही पार्टी के शासनकाल में हुए पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले (Post Matric Scholarship Scam) और 2020 में जहरीली शराब (poisonous liquor scandal) से मारे गए 114 लोगों के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
पूर्व प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu), शमशेर सिंह दूलो और मोहिंदर केपी ने इस संबंध में शुक्रवार को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित (Governor Banwari Lal Purohit) से मिलकर उनको एक मांगपत्र भी सौंपा। बता दें कि पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले में कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत पर आरोप लगे थे और वे इन दिनों जेल में हैं।
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीरवार को ही धर्मसोत और उनके बेटों की 4.58 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से जब्त कर ली। उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई की गई है।
राज्यपाल से मिलने के बाद दूलो ने कहा कि राज्य की एजेंसी घोटाले की जांच सही से नहीं कर सकती है इसलिए उन्होंने राज्यपाल से सीबीआइ जांच की मांग की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चन्नी सरकार ने जाते-जाते जिन संस्थानों ने पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप का पैसा खाया था, जिनसे पैसे की वसूली करनी थी और उन पर एफआइआर दर्ज करने के बजाय सभी को माफ कर दिया था। वहीं, सिद्धू ने आम आदमी पार्टी की सरकार को वित्तीय मुद्दे पर घेरा। आप सरकार ने दो वर्षों में ही 91,000 करोड़ का कर्जा चढ़ा दिया है।