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Byju Raveendran: बायजू रवींद्रन की दूरी होगी वित्तीय दिक्कत, कंपनी के शेयरधारकों ने दी इस बात की मंजूरी

Byju Raveendran

मुंबई: एडटेक कंपनी बायजू (Byju’s) की वित्तीय दिक्कत दूर हो सकती है। दरअसल, कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने इसे अपने शेयर कैपिटल में बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है। इसके लिए की 29 मार्च 2024 को कंपनी की असाधारण आमसभा या ईजीएम की बैठक हुई थी। इस दौरान कुल पड़े वोट के मुकाबले 55% के साथ बहुमत से इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

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वोटिंग प्रक्रिया 6 अप्रैल को हुई

कंपनी द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक बायजू की वोटिंग प्रक्रिया बीते 6 अप्रैल 2024 को संपन्न हुई। इसमें ईजीएम और पोस्टल बैलेट दोनों शामिल थे। इसकी बकायदा स्वतंत्र थर्ड पार्टी (तीसरे पक्ष) द्वारा विधिवत जांच भी की गई। ईजीएम प्रस्तावों की मंजूरी से बायजूस की मूल कंपनी, थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के लिए नए शेयर जारी करने और अवैतनिक वेतन, नियामक बकाया और विक्रेता भुगतान सहित तरलता की कमी से निपटने के उद्देश्य से राइट्स इश्यू को पूरा करने का रास्ता साफ हो गया है। बताया जाता है कि चार विदेशी शेयरधारकों की अतार्किक शत्रुता की वजह से इस प्रक्रिया में देरी हुई, जिन्होंने रचनात्मक संवाद की बजाए मुकदमेबाजी के रास्ते को चुना।

क्या कहना है बायजू रवींद्रन का

बायजूस के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने कहा, “हम इस महत्वपूर्ण चरण के दौरान अपने निवेशकों के समर्थन और उनकी समझ के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। आवश्यक कार्यशील पूंजी मुहैया कराए जाने में उनका अमूल्य सहयोग हमारे नए सिरे से विकास को बढ़ावा देने के लिए उनकी सामूहिक प्रतिबद्धता पर जोर देता है।” उन्होंने कहा, “शेयरधारक की मंजूरी चुनौतियों से घिरे कारोबार को आगे बढ़ाने के हमारे निरंतर प्रयास में एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसे हम धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से एक-एक कर हल कर रहे हैं।”

पूरी प्रक्रिया का हुआ मूल्यांकन

कंपनी का कहना है कि एक स्वतंत्र जांचकर्ता ने पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करते हुए, लागू कानूनों के मुताबिक सख्ती से पूरी प्रक्रिया का मूल्यांकन किया। हालांकि, सफल राइट्स इश्यू बायजूस को आवश्यक वित्तीय संसाधन मुहैया कराता है, लेकिन कंपनी वर्तमान में इस पूंजी का इस्तेमाल करने में असमर्थ है। चार विदेशी शेयरधारकों की तरफ से दायर याचिका पर राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के अंतरिम आदेश ने कंपनी को राइट्स इश्यू से प्राप्त पूंजी को अभी एस्क्रो खाते में रखने का निर्देश दिया।

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मामले पर अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होनी है। राइट्स इश्यू का सफल समापन बायजूस 3.0 के लॉन्च का मार्ग प्रशस्त करेगी। कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे उन्नत एआई-फर्स्ट प्रॉडक्ट है जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर शिक्षा को हाइपर-पर्सनलाइज़ (यानी यूजर की जरूरतों के मुताबिक) करना है।

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