BYJU EGM: पिछले दिनों बायजू के निवेशकों ने ईजीएम में रवींद्रन बायजू के खिलाफ वोटिंग करने के बाद अब 53.3 करोड़ डॉलर की हेराफेरी का आरोप लगाया है. साथ ही 20 करोड़ डॉलर के राइट्स इश्यू पर रोक लगाने की मांग की.
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Byju Crisis: एडटेक स्टार्टअप बायजू का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा. पहले निवेशकों का एनसीएलटी में जाना, इसके बाद फाउंडर रवींद्रन बायजू के खिलाफ वोटिंग और अब एक और नया मामला सामने आ गया है. अब निवेशकों ने कंपनी पर अमेरिका में एक अस्पष्ट (Unclear) हेज फंड में 53.3 करोड़ डॉलर की हेराफेरी के साथ ही 20 करोड़ डॉलर के राइट्स इश्यू पर रोक लगाने की अपील की. एनसीएलटी (NCLT) ने निवेशकों की इस याचिका पर बायजू को तीन दिन के अंदर लिखित जवाब देने के लिए कहा और अपना आदेश सुरक्षित रख लिया.
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दोनों पक्षों ने अपनी दलीलें पेश कीं
बायजू का संचालन करने वाली कंपनी ‘थिंक एंड लर्न’ (T&L) की तरफ से लाया गया राइट्स इश्यू आज बंद होने वाला है. राइट्स इश्यू को आगे बढ़ाने को लेकर दोनों ही पक्षों ने अपनी दलीलें पेश कीं. हालांकि, बायजू (BYJU) ने एनसीएलटी (NCLT) की बेंगलुरु पीठ में अपने चार शेयरहोल्डर्स द्वारा लगाए गए आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की. लेकिन उसके करीबी सूत्रों ने कहा कि एनसीएलटी की तरफ से रोक नहीं लगाए जाने के बाद राइट्स इश्यू पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को बंद हो जाएगा.
कारोबारी मूल्यांकन में भारी गिरावट
कंपनी के कुछ निवेशकों ने मौजूदा प्रबंधन को मिसमैनेजमेंट के जरिये कारोबारी मूल्यांकन में भारी गिरावट के लिए जिम्मेदार बताया है. इन निवेशकों ने दलील दी कि राइट्स इश्यू केवल तभी लाया जा सकता है जब कंपनी की ऑथराइज शेयर पूंजी बढ़ाई जाए और मौजूदा शेयरहोल्डर आवेदन कर नए शेयर प्राप्त करें. कंपनी के कुछ शेयरहोल्डर ने 23 फरवरी को एक ईजीएम बुलाई थी, जिसमें बायजू के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन और उनके परिवार को निदेशक मंडल से हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था.
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हालांकि, इसके बाद रवींद्रन बायजू ने बयान जारी कर इस मीटिंग को अमान्य बताया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि ईजीएम का निर्धारित कोटा पूरा नहीं किया गया था. उन्होंने कहा था कि मीटिंग में केवल 170 में से 35 निवेशक ही मौजूद थे. साथ ही उन्होंने कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा था कि वह ही बायजू के सीईओ हैं और बने रहेंगे. उन्होंने इस तरह हुई कथित ईजीएम को गलत करार दिया.