All for Joomla All for Webmasters
शेयर बाजार

Stock Market Today: इस शेयर के भावों में लिस्टिंग बाद से एक दिन में आई अभी तक की सबसे बड़ी गिरावट, जानें- क्या है वजह?

Stock Market Today: बीएसई लि. के शेयरों की कीमतों में आज सुबह के कारोबार के दौरान 17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. फिलहाल शेयरों में निचले स्तरों से सुधार देखा गया है.

ये भी पढ़ें : HUDCO Share Price Target 2024: एक दिन में 15% चढ़ा स्टॉक! मशहूर निवेशक कुणाल शाह ने बताया किस लेवल पर खरीदें

Stock Market Today: सोमवार को सुबह के कारोबार के दौरान बीएसई (Bombay Stock Exchange) के शेयर के भावों में 17% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. लिस्टिंग के बाद से शेयर की कीमतों में यह सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है.

बीएसई शेयर की कीमत (BSE Share Price) में गिरावट का कारण बाजार नियामक सेबी (SEBI) द्वारा बीएसई (BSE) को प्रीमियम के बजाय अनुमानित कारोबार के आधार पर डेरिवेटिव के लिए उच्च नियामक शुल्क का पेमेंट करने के लिए कहा जाना है.

जेफ़रीज़ इंडिया के एनालिस्ट्स के मुताबिक, चूंकि डेरिवेटिव बीएसई के FY25 और FY26 के अनुमानित नेट प्रॉफिट का लगभग 40% बनाते हैं. इसलिए उच्च शुल्क की मांग प्रति शेयर कुल आय को 15-18% तक प्रभावित कर सकती है.

इसके ऑप्शन कांट्रैक्ट्स के ‘नोशनल मूल्य’ से कैलकुलेट किए गए सालाना कारोबार के आधार पर मार्केट रेगुलेटर सेबी को उच्च नियामक शुल्क का भुगतान करने के अनुरोध के बाद, स्टॉक जांच के दायरे में आ गया.

बीएसई ने एक्सचेंजों को दी प्रेस नोट में कहा, बीएसई ने ऑप्शन कांट्रैक्ट्स के लिए प्रीमियम मूल्य के आधार पर सालाना कारोबार की कैकुलेशन की थी.

ये भी पढ़ें : Nifty पर सबसे बड़ा टारगेट, 22500 से बहुत दूर तक जाएगा, ब्रोकरेज ने कहा- बाजार को तीसरी बार मोदी सरकार का इंतजार

बीएसई ने एक्सचेंजों को सौंपी गई विज्ञप्ति में कहा, विकल्प अनुबंध के मामले में “नोशनल वैल्यू” पर विचार करते हुए सालाना टर्नओवर के आधार पर 15% ब्याज के साथ कुल विनियामक शुल्क सेबी को भेजा जाना है. मामले में, यदि यह सुनिश्चित किया जाता है कि उक्त राशि देय है, तो पिछली अवधि यानी वित्त वर्ष 2006-07 से वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कुल अंतर सेबी नियामक शुल्क लगभग 68.64 करोड़ प्लस जीएसटी होगा जिसमें 30.34 करोड़ का ब्याज शामिल है.

बीएसई के प्रेस नोट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सेबी नियामक शुल्क के भुगतान की नियत तारीख 30 अप्रैल 2024 है, प्रीमियम (टर्नओवर) के अनुसार देय राशि लगभग 1.66 करोड़ प्लस जीएसटी है.

जेफ़रीज़ के एनालिस्ट्स ने कहा कि बकाया का एकमुश्त प्रभाव (2006-07 से) 165 करोड़ रुपये और कर (18%) है, जिससे वित्त वर्ष 2014 के लिए प्रति शेयर आय में 15% की कटौती होती है. FY27 (अनुमानित) तक समग्र राजस्व में डेरिवेटिव की बढ़ती हिस्सेदारी लगभग 45% को देखते हुए, ऑप्शन कारोबार में ये बढ़ी हुई नियामक फीस FY25 और 26 (अनुमानित) में प्रति शेयर कुल आय को 15-18% तक प्रभावित कर सकती है.

ये भी पढ़ें : Vodafone Idea Share Price Target: FPO लिस्टिंग के बाद स्टॉक में गिरावट; खरीदें, बेचें या रखें?

फिलहाल बीएसई लि. के शेयर 12.28 फीसदी की गिरावट के साथ 2818.50 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार करते हुए दिखाई दिए.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top