पटना, राज्य ब्यूरो। राज्य के माध्यमिक विद्यालयों (High Schools of Bihar) में दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए संचालित स्मार्ट क्लास (Smart Class) में अब संस्कृत और उर्दू की भी पढ़ाई होगी। इसके लिए चैप्टर तैयार कर लिया गया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर मैट्रिक-2022 के परीक्षार्थियों को सुविधा देने के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से पाठ्य सामग्री तैयार की गई है। मैट्रिक में द्वितीय भारतीय भाषा के तौर पर संस्कृत और उर्दू की पढ़ाई होती है। अभी तक स्मार्ट क्लास में इन दोनों विषयों की पढ़ाई नहीं हो रही थी। अभी तक हो रही साइंस, मैथ और हिंदी, अंग्रेजी की पढ़ाई
शिक्षा विभाग के मुताबिक अभी राज्य के पांच हजार माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास में गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। 2019 में उन्नयन बिहार कार्यक्रम के तहत इस स्मार्ट क्लास शुरू की गई थी। यह नौवीं एवं दसवीं के लिए शुरू हुई थी। हर विषय के चैप्टर का एनिमेशन तैयार किया गया था। एनिमेशन के माध्यम से ही छात्र पढ़ाई करते थे।
15 विशेषज्ञ शिक्षकों का वीडियो किया गया तैयार
लेकिन इसमें अब उर्दू और संस्कृत विषयों की पढ़ाई भी छात्र बड़े स्क्रीन पर कर सकेंगे। इस माह के अंत तक संस्कृत एवं उर्दू विषय के लिए स्मार्ट क्लास शुरू हो जाएगी। इसमें मैट्रिक परीक्षार्थी को शिक्षक वीडियो के माध्यम से पढ़ाई कराएंगे। इसके लिए प्रदेश भर के विषयवार 15 शिक्षकों का वीडियो तैयार किया गया है। प्रत्येक वीडियो एक घंटे का है। इन वीडियों का ई-कंटेट बनाकर उसे पेन ड्राइव में करके सभी माध्यमिक विद्यालयाें को उपलब्ध करा दिया गया है। सभी शिक्षकों द्वारा हर विषय का चैप्टर वाइज ई-कंटेट तैयार किया गया है। बता दें कि स्मार्ट क्लास से बच्चों काे काफी फायदा हो रहा है। सहज भाषा में तैयार कंटेंट छात्रों को आसानी से समझ में आती है। साथ ही बच्चे डिजिटली भी स्मार्ट हो रहे हैं।