पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश का कहर जारी रहने के कारण 97 घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा पंजाब में है जहां भारी बारिश के कारण 52 लोगों की मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में 20 लोगों की मौत हो गई और बलूचिस्तान में छह लोगों की जान चली गई. पाकिस्तान स्थित डॉन ने शनिवार को बताया कि पाकिस्तान के पंजाब में जारी बारिश के दौरान लाहौर के अजहर टाउन और शाहदरा टाउन इलाकों में दो छतें गिर गईं और कम से कम 9 लोग घायल हो गए.
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान अब एक बार फिर भयानक बारिश और बाढ़ से जूझ रहा है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के मुताबिक 25 जून के बाद से हाल ही में हुई मानसूनी बारिश में 86 लोग मारे गए हैं और 151 अन्य घायल हुए हैं. ARY न्यूज के मुताबिक, एनडीएमए ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले 24 घंटों में पूरे पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण छह लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए. एनडीएमए के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 86 मौतें हुई हैं और 151 घायल हुए हैं, जिनमें 16 महिलाएं और 37 बच्चे शामिल हैं.
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ANI के मुताबिक, देशभर में मूसलाधार बारिश का कहर जारी रहने के कारण 97 घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा पंजाब में है जहां भारी बारिश के कारण 52 लोगों की मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा में 20 लोगों की मौत हो गई और बलूचिस्तान में छह लोगों की जान चली गई. पाकिस्तान स्थित डॉन ने शनिवार को बताया कि पाकिस्तान के पंजाब में जारी बारिश के दौरान लाहौर के अजहर टाउन और शाहदरा टाउन इलाकों में दो छतें गिर गईं और कम से कम 9 लोग घायल हो गए.
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फिर आर्थिक संकट में फंस जाएगा पाकिस्तान?
इस साल अप्रैल में, एनडीएमए ने भविष्यवाणी की थी कि 2023 में पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ की 72 प्रतिशत आशंका है. लोक लेखा समिति (पीएसी) को एक ब्रीफिंग में, एनडीएमए के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल इनाम हैदर ने कहा कि तापमान में तेजी से वृद्धि हो रही है. उन्होंने बताया कि ग्लेशियर पिघलने और शुरुआती मानसून के परिणामस्वरूप बाढ़ आ सकती है. हैदर ने कहा कि एनडीएमए और पाकिस्तान का जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 17 उपग्रहों की निगरानी कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर पिछले साल की तरह विनाशकारी बाढ़ अब आई तो पाकिस्तान एक बड़े आर्थिक संकट में फंस जाएगा.