High Blood Pressure: एक स्टडी के मुताबिक, रोजाना इस चीज का सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है और आपको हृदय रोगों से भी बचाता है.
नई दिल्ली: दही (Yogurt) खाने से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं. एक स्टडी के मुताबिक, रोजाना दही (Yogurt) का सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है और आपको हृदय रोगों से भी बचाता है. University of South Australia और University of Maine ने मिलकर ये अध्ययन किया है. दही, ब्लड प्रेशर और कार्डियोवास्कुलर रिस्क फैक्टर्स के बीच लिंक को लेकर वैज्ञानिकों ने ये स्टडी की.
दही का सेवन फायदा पहुंचा सकता है
इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया कि हाइपरटेंशन के मरीजों में दही का सेवन फायदा पहुंचा सकता है. इससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है. वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर हाई ब्लड प्रेशर के मरीज रोजाना दही का सेवन करें, तो इससे ब्लड प्रेशर लेवल को कम करने में मदद मिलेगी.
हाइपरटेंशन के मरीजों में पॉजिटिव नतीजे
हाइपरटेंशन से कार्डियोवास्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर आप रोज दही का सेवन करते हैं तो इससे आपको फायदा मिलेगा और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है. स्टडी में हाइपरटेंशन के मरीजों में इसके पॉजिटिव नतीजे देखने को मिले.
UniSA रिसर्चर Dr. Alexandra Wade ने कहा कि High blood pressure ही Cardiovascular Disease के खतरे को सबसे ज्यादा बढ़ाता है, इसलिए जरूरी है कि आप इसे कम करने और इसे रेगुलेट करने के तरीके ढूंढें. डेयरी फूड खास करके दही, ब्लड प्रेशर लेवल को कम करने में मददगार हो सकता है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, डेयरी फूड में कई तरह के Micronutrients जैसे calcium, magnesium और potassium की मात्रा होती है. ये सभी चीजें ब्लड प्रेशर को कम और रेगुलेट करने में मदद करती हैं.
दही में एक खास तरह का बैक्टीरिया
दही में एक खास तरह का बैक्टीरिया होता है, जो प्रोटीन के रिलीज को प्रमोट करता है और इससे ब्लड प्रेशर कम होता है. स्टडी में सामने आया कि जिन लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था. उन्होंने जब कम मात्रा में भी दही का सेवन किया तो इससे ब्लड प्रेशर कम हुआ.
वहीं नियमित रूप से दही खाने वाले लोगों में वैज्ञानिकों ने पाया कि इससे ब्लड प्रेशर रीडिंग में 7 पॉइंट तक की कमी आई. ये उन लोगों की तुलना में बहुत कम था, जो दही नहीं खाते. इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने 915 को शामिल किया था.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.)