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दुनिया

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए मिशन शुरू, 200 से अधिक नागरिक आज रात लौटेंगे देश, इस तारीख को कीव से दिल्ली के लिए 4 उड़ानें

यूक्रेन में भारतीय दूतावास के मुताबिक कीव से दिल्ली (Kyiv To Delhi) के लिए चार उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी और 6 मार्च 2022 को संचालित की जाएंगी.

रूस और यूक्रेन (Ukraine) के बीच तनाव चरम पर है. रूस की ओर से डोनेत्स्क (Donetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को अलग देश के रूप में मान्यता दिए जाने के फैसले के बाद ये संकट और गहरा गया है. यूक्रेन संकट के बीच वहां फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए मिशन शुरू कर दिया गया है. यूक्रेन और उसके सीमा के पास के इलाकों में करीब 20 हजार भारतीय रहते हैं. भारत सरकार अब वहां से सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने की कोशिश करती दिख रही है. इस मिशन के लिए मंगलवार सुबह ही एअर इंडिया की विशेष फ्लाइट (Air India Special Flight) यूक्रेन के लिए रवाना की गई है. आज रात को यूक्रेन के खार्किव से 200 से अधिक भारतीय नागरिक स्वदेश लौटेंगे.

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए मिशन

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक एअर इंडिया की फ्लाइट ड्रीमलाइनर B- 787 (Dreamliner B 787 ) यूक्रेन के लिए रवाना की गई है. इसके अलावा यूक्रेन में अधिक तनाव को देखते हुए कीव से चार अन्य उड़ानें संचालित करने का फैसला लिया गया है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास के मुताबिक कीव से दिल्ली (Kyiv To Delhi) के लिए चार उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी और 6 मार्च 2022 को संचालित की जाएंगी. बता दें कि गहराते यूक्रेन संकट को देखते हुए अभी हाल ही में भारतीय दूतावास ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर वहां रह रहे नागरिकों को आगाह किया था. एडवाइजरी में भारतीय छात्रों और नागरिकों से जल्द से जल्द देश छोड़ने की बात कही गई थी.

दो अलग देशों की मान्यता के बाद विवाद और गहराया

गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क (Donetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को अलग देश के रूप में मान्यता दी है. जिसके बाद से ये विवाद काफी बढ़ गया है. अमेरिका ने सख्त रूख अख्तियार करते हुए वित्तीय प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. वही यूरोपीय संघ, नाटो ने भी नाराजगी जताते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय नियमों को उल्लंघन करार दिया है. इस मसले पर मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक भी हुई है. भारत ने इस घटनाक्रम को क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है.

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