Khargone News: शैक्षणिक सत्र 2022-23 से आठवीं कक्षा में भगवान परशुराम की जीवनी और यातायात के नियम एकांकी के रूप में पढ़ाए जाएंगे. परशुराम की जीवनी कक्षा 8 के हिंदी की किताब में पढाई जाएगी.
खरगोन: शिक्षा विभाग ने नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 से आठवीं कक्षा में भगवान परशुराम की जीवनी और यातायात के नियम एकांकी के रूप में पढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इस साल परशुराम जयंती पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परशुराम जी की जीवनी स्कूल पाठ्यक्रम में पढ़ाने की घोषणा की थी. परशुराम की जीवनी को कक्षा आठवीं में और यातायात नियमों की एकांकी कक्षा सातवीं की हिंदी भाषा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. विभाग इसको लेकर नया पाठ तैयार कर रहा है.
खरगोन निवासी डॉ. भागीरथ कुमरावत, पूर्व उपाध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल और सदस्य पाठ्यक्रम व पाठ्यपुस्तक स्थायी समिति, राज्य शिक्षा केंद्र ने बताया कि आगामी स्कूली शैक्षणिक सत्र 2022-23 से भगवान परशुरामजी की जीवनी और बच्चों को यातायात नियम पढ़ाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस साल परशुराम जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परशुराम जी की जीवनी स्कूल पाठ्यक्रम में पढ़ाने की घोषणा की थी. इसके बाद भगवान परशुराम की जीवनी को कक्षा आठवीं में और यातायात नियमों की एकांकी कक्षा सातवीं की हिंदी भाषा में पढ़ाए जाने में को लेकर पाठ तैयार कराया गया है.
परशुराम की अन्याय से लड़ने की कहानी
आठवीं कक्षा की हिंदी में भार्गव परशुराम के नाम से 2 पेज की जीवनी है. इसमें उनके भार्गव परशुराम से अन्याय, आतंक के खिलाफ संघर्ष कर भगवान परशुराम बनने की कहानी है. उनके प्रेरक सामाजिक काम हैं. पाठ में ऋषि -जमदग्नि के आश्रम में सहस्त्रार्जुन के प्रसंग का जिक्र है. इसमें उल्लेख है कि राजा गाय के दूध से बने व्यंजन से सत्कार से प्रभावित होकर गायों को ही बलपूर्वक ले गए. यह महेश्वर से जुड़ी हुई है.