Indian Railways: आपने ट्रेन के टिकट की बुकिंग कराते हुए उस पर कई कोड वर्ड लिखे देखे होंगे. मसल ‘WL’ का मतलब वेटिंग लिस्ट और ‘RAC’ का मतलब रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आपके टिकट पर ‘A’ लिखा हो तो उसका मतलब क्या होता है. आज हम आपको इस ‘A’ का राज बताते हैं.
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लंबी दूरी की ट्रेनों में होती हैं स्लीपिंग बर्थ
दरअसल A शब्द ट्रेन में सीट की स्थिति को बताने के लिए होता है. मसलन आपकी सीट बोगी में कहां पर है. अगर आप लंबी दूरी की सुपरफास्ट या एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करते हैं तो उनमें यात्रियों के सोने के लिहाज से सीटें लगाई जाती हैं. इनमें सबसे नीचे वाली सीट लोअर बर्थ यानी ‘LB’, बीच वाली सीट मिडिल बर्थ यानी ‘MB’ और ऊपर वाली सीट अपर बर्थ यानी ‘UB’ कहलाती है.
चेयर कार ट्रेनों में बैठने के लिए होती हैं सीटें
वहीं अगर छोटी दूरी की एयर कंडीशंड चेयर कार में सफर करना हो तो उसमें सोने के लिए सीटें नहीं होती बल्कि बसों की तरह केवल बैठने वाली आरामदायक चेयर होती हैं. डिब्बे में आम तौर पर दोनों ओर 3-3 सीट होती हैं और उनके बीच गुजरने के लिए गलियारा होता है. चूंकि इस तरह की ट्रेन छोटी दूरी के लिए चलाई जाती है, इसलिए उसमें केवल बैठकर सफर करना होता है.
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कॉर्नर वाली सीट को कहते हैं ‘A’ सीट
इस तरह की चेयर कार वाली ट्रेन में विंडो साइड वाली पहली सीट को ‘W’ यानी विंडो सीट कहते हैं. वहीं बीच वाली सीट मिडिल यानी ‘M’ कहलाती है. जबकि कॉर्नर वाली सीट को Asile यानी ‘A’ सीट कहा जाता है. यह सीट गलियारे के कॉर्नर पर होती है.
अब तो आप समझ गए होंगे कि A सीट का मतलब क्या होता है. अगली बार आप जब ट्रेन में सीट बुक करवाएं तो आपको पहले से पता चल जाएगा कि आपको बैठने वाली कौन सी सीट मिली है.