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शेयर बाजार

1 साल में 20% बढ़ा Nifty Auto, लंबे समय से अंडरपरफॉर्मर रहा ये सेक्‍टर लगाएगा टॉप गियर, इन शेयरों में तेजी का अनुमान

Auto Sector Outlook: बीते 1 साल में ऑटो सेक्‍टर टॉप परफॉर्मिंग सेक्‍टर में शामिल है. 1 साल में निफ्टी ऑटो इंडेक्‍स का रिटर्न 20 फीसदी के करीब रहा.

Auto Sector Stocks Investment: शेयर बाजार में इस साल उतार चढ़ाव के बीच ऑटो शेयरों में अच्‍छा खासा एक्‍शन देखने को मिला है. बीते 1 साल में यह सेक्‍टर टॉप परफॉर्मिंग सेक्‍टर में शामिल है. 1 साल में निफ्टी ऑटो इंडेक्‍स का रिटर्न 20 फीसदी के करीब रहा. जबकि इस दौरान सेंसेक्‍स और निफ्टी इंडेक्‍स में निगेटिव 4 फीसदी रिटर्न रहा है. लंबे समय से अंडरपरफॉर्मर रहे इस सेक्‍टर में अब रिकवरी देखने को मिल रही है. एक्‍सपर्ट और ब्रोकरेज हाउस भी ऑटो सेक्‍टर को लेकर पॉजिटिव हैं. उनका कहना है कि आने वाले दिनों में इस सेक्‍टर के कुछ अच्‍छे शेयरों के आउटपरफॉर्म करने की उम्‍मीद है.

हर सेग्‍मेंट में दिख रही है ग्रोथ

ब्रोकरेज हाउस एमके ग्‍लोबल का कहना है कि अगस्‍त महीने में ऑटो सेल्‍स के आंकड़ों से रिकवरी के साफ संकेत हैं. कमर्शियल व्‍हीकल सेग्‍मेंट में भी अच्‍छी ग्रोथ दिखी है. पैसेंजर व्‍हीकल्‍स की डिमांड मजबूत बनी हुई है. PV वॉल्‍यूम में डबल डिजिट ग्रोथ आई है. जिससे अब प्रोडक्‍शन भी पहले से ज्‍यादा बढ़ा है. टू व्‍हीलर वॉल्‍यूम ग्रोथ भी पॉजिटिव है. वहीं ट्रैक्‍टर सेग्‍मेंट में भी उम्‍मीद से बेहतर ग्रोथ है. फेस्टिव सीजन के चलते यह डिमांड और बेहतर होने की उम्‍मीद है. FY23 में PVs में वॉल्‍यूम ग्रोथ 26 फीसदी, CVs में 20 फीसदी, टू व्‍हीलर्स में 14 फीसदी और ट्रैक्‍टर में 3 फॅीसदी ग्रोथ रहने का अनुमान है.

रेवेन्‍यू बेहतर होने की उम्‍मीद

ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्‍योरिटीज के अनुसार साल 2022 में ऑटो सेक्‍टर में अच्‍छी रिकवरी है. इस साल ज्‍यादातर प्रमुख कंपनियों का रेवेन्‍यू ग्रोथ डबल डिजिट में रहने का अनुमान है. उनमें 10 से 12 फीसदी ग्रोथ आ सकती है. मंदी की आशंका, सप्‍लाई चेन इश्‍यू के बाद भी यह ग्रोथ संभव है. ऑटो सेक्‍टर में डिमांड मजबूत है और ऑर्डरबुक भी बेहतर हो रही है.

4 व्‍हीलर्स और 2 व्‍हीलर्स की मांग बढ़ी

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक ऑटो सेक्‍टर में लंबे समय बाद ऐसी डिमांड देखने को मिल रही है. 4 व्‍हीलर्स और टू व्‍हीलर्स में डिमांड मजबूत है. पैसेंजर व्‍हीकल्‍स के साथ कमर्शियल व्‍हीकल्‍स में भी रिकवरी आई है. ऐसे में अभी उन कंपनियों को ज्‍यादा फायदा मिलने की उम्‍मीद है, जो मजबूत कॉम्पिटीटिव पोजिशन पर हैं.

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