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Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना में हुए 5 बड़े बदलाव, न‍िवेशकों ने नहीं जाना तो हो जाएगा नुकसान

Sukanya Samriddhi Yojana Changes: बेटी के भव‍िष्‍य को ध्‍यान में रखते हुए मोदी सरकार की तरफ से शुरू की गई सुकन्‍या समृद्धि योजना (SSY) अच्‍छी पहल है. अगर आप भी इस सरकारी योजना में न‍िवेश करना चाहते हैं या न‍िवेश कर रहे हैं तो आपको इसमें हुए बदलावों के बारे में पता होना चाह‍िए.

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सरकार की छोटी बचत योजनाओं में से एक ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ (SSY) में न‍िवेश करने पर आपको पर 80C के तहत छूट भी म‍िलती है. इसके अलावा इस पर आपको हर साल 7.6 प्रत‍िशत का ब्‍याज म‍िलता है.  आइए जानते हैं SSY में हुए 5 बड़े बदलावों के बारे में…

नए नियमों में तहत यद‍ि क‍िसी सुकन्या समृद्धि खाते में गलत ब्‍याज डल जाता है तो उसे वापस करने के प्रावधान को हटाया गया है. पहले गलत ब्‍याज को हटाने का प्रावधान था. इसके अलावा खाते का सालाना ब्‍याज हर वित्‍त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाएगा.

पहले आपकी बेटी 10 साल की उम्र में अपने ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ खाते को ऑपरेट कर सकती थी. नए नियमों के अनुसार लेक‍िन अब 18 साल की उम्र से पहले बेट‍ियों को खाता ऑपरेट करने की मंजूरी नहीं है. यानी बेटी के 18 साल की उम्र तक अभिभावक ही खाते को ऑपरेट करेंगे.

खाते में आप सालाना कम से कम 250 रुपये और अध‍िकतम डेढ़ लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं. यद‍ि आपने न्‍यूनतम राश‍ि जमा नहीं की तो आपका अकाउंट ड‍िफॉल्‍ट हो सकता है. एक महीने में आप क‍ितनी भी बार पैसा जमा कर सकते हैं.

नए न‍ियम के तहत ड‍िफॉल्‍ट खाते पर भी ब्‍याज म‍िलता रहता है. यद‍ि आपका खाता एक्‍ट‍िव नहीं है तो मैच्‍योर होने तक खाते में जमा राश‍ि पर लागू दर से ब्‍याज मिलता रहता था. पहले यह न‍ियम नहीं था.

पहले दो बेट‍ियों के खाते खुलवाने पर ही न‍िवेश करने वाले को 80सी के तहत टैक्‍स छूट का लाभ म‍िलता था. तीसरी बेटी पर यह फायदा नहीं था. लेक‍िन यद‍ि एक बेटी के बाद दो जुड़वां बेटियां होती हैं तो उन दोनों के लिए भी खाता खोलने का प्रावधान है.

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‘सुकन्या समृद्धि योजना’ के खाते को पहले बेटी की मौत या बेटी के रहने का पता बदलने पर बंद क‍िया जा सकता था. लेकिन अब खाताधारक की जानलेवा बीमारी को भी इसमें शामिल क‍िया गया है. अभिभावक की मौत होने पर भी समय से पहले अकाउंट बंद क‍िया जा सकता है.

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