गणेश जी को सुख—समृद्धि, बृद्धि व शुभ के देवता माना गया है. यूं तो हर रोज गणेश जी की पूजा करनी चाहिए, लेकिन बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा के लिए खास महत्व रखता है.
Ganesh ji Puja: हिंदू धर्म में श्रीगणेश जी के नाम से ही सभी शुभ कार्यों की शुरुआत होती है. जो भी भक्त भगवान गणेश जी की सच्ची श्रद्धा से पूजा करता है उसका कार्य बिना किसी विघ्न के पूर्ण होता है, इसलिए भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहते हैं. गणेश जी को सुख—समृद्धि, बृद्धि व शुभ के देवता माना गया है. यूं तो हर रोज गणेश जी की पूजा करनी चाहिए, लेकिन बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा के लिए खास महत्व रखता है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि भगवान गणेशजी को प्रसन्न करने के लिए शास्त्रों में विशेष उपाय बताए गए हैं. आइये जानते हैं भगवान गणेश जी को किस तरह प्रसन्न कर सकते हैं.
गणेशजी के उपाय
-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश जी की पूजा में दूर्वा की 5, 11 या 21 गांठे चढ़ाना शुभ होता है. दूर्वा अर्पित करते समय इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः” इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
-गणेश जी की पूजा में शमी को शामिल करना अत्यंत फलदायी होता है. शमी के कुछ पत्ते गणेश जी को चढ़ाएं, इससे घर में सुख—शांति बनी रहेगी.
-गणेश जी को लाल सिंदूर बेहद प्रिय है, इसलिए पूजा के समय गणेश जी को लाल सिंदूर का तिलक जरूर लगाएं. भगवान गणेश को चावल अर्पित करें, इससे गजानंद प्रसन्न होकर कृपा बरसाएंगे.
-बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा के साथ चालीसा का पाठ जरूर करें. ऐसा करने से सभी दूख दूर होते हैं. बुधवार के दिन दान पुण्य से भी गणेश भगवान प्रसन्न होते हैं. इसलिए बुधवार को हरे मूंग की दाल, अमरूद और तांबे की वस्तुएं किन्नरों को दान अवश्य करें.
गणेश के इन मंत्रों का करें जाप
अगर आपके कार्य में बाधा आ रही है या फिर समय पर पूरा नहीं हो रहा है, तो भगवान गणेश जी की विधिवत पूजा अर्चना करने के साथ मंत्रों का उच्चारण भी करना चाहिए. भगवान गणेश जी के मंत्रों के जाप से सभी कार्य बिना किसी बाध के पूर्ण होते हैं.
गणेश जी के मंत्र
दुर्वा करान्सह रितान मृतन्मंगल प्रदान।
आनी तांस्तव पूजार्थ गृहाण परमेश्वर।।
ओम एकदन्ताय विद्महे। वक्रतुंडाय धीमहि।
तन्नो बुद्धि प्रचोदयात।।