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दुनिया के सामने फिर शर्मसार हुआ पाकिस्तान, PM शहबाज शरीफ ने किया झूठा दावा…तो IMF ने कर दी घनघोर बेइज्जती

IMF Refutes PAK PM Shehbaz Sharif’s Claims: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और उनके कार्यालय (Pakistan PM Office) ने हेकड़ी दिखाने के लिए झूठा दावा किया था कि IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा (IMF’s MD Kristalina Georgieva) ने शहबाज शरीफ से वार्ता के लिए उन्हें फोन कॉल किया था. IMF ने एक बयान में कहा कि फोन कॉल क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने नहीं किया, बल्कि इसके लिए खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अनुरोध किया था.

इस्लामाबाद: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अपने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistan PM Shehbaz Sharif) के कारण एक बार फिर शर्मसार होना पड़ा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने रविवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने 6 जनवरी को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कॉल किया था. आईएमएफ ने कहा कि पाकिस्तान सरकार का यह दावा इसलिए गलत है, क्योंकि खुद शहबाज शरीफ ने इस वार्ता का अनुरोध किया था. आईएमएफ के स्थानीय प्रतिनिधि एस्थर पेरेज ने ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘IMF प्रमुख और शहबाज शरीफ के बीच फोन पर यह बातचीत पाकिस्तान की खराब स्थिति पर होने वाले जिनेवा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन पर चर्चा के लिए हुई. कॉल का अनुरोध स्वयं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने किया था.

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इससे पहले 6 जनवरी को पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के कार्यालय द्वारा एक आधिकारिक हैंडआउट जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था, ‘आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने पीएम शहबाज शरीफ से बातचीत के लिए फोन किया.’ खुद शहबाज शरीफ ने भी हजारा इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण में दावा किया था कि आईएमएफ की एमडी जॉर्जीवा ने उनसे संपर्क किया था. दिवालिया होने की कगार पर खड़ा पाकिस्तान अपने तरीके बदलने के लिए तैयार नहीं है. उसकी हेकड़ीबाजी जारी है. पाकिस्तान की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि उसके पास केवल 4.5 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है, जो सिर्फ 3 सप्ताह के आयात के लिए पर्याप्त है. वहीं, पाकिस्तान की कर्ज अदायगी 8.5 अरब डॉलर है. इसमें यूएई का 2 बिलियन डॉलर शामिल है, जिसके लिए सरकार आईएमएफ से रोलओवर पाने की कोशिश कर रही है.

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आईएमएफ का एक प्रतिनिधिमंडल 9 जनवरी से शुरू होने वाले जिनेवा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार से मुलाकात करेगा. इस बीच पीएम शहबाज शरीफ और उनके कार्यालय की ओर से की गई तथ्यात्मक रूप से गलत बयानी, बेल आउट पैकेज के लिए आईएमएफ को मनाने में पाकिस्तान के लिए और अधिक समस्याएं पैदा कर सकता है. इस बीच, पाकिस्तान और संयुक्त राष्ट्र सोमवार को जिनेवा में एक बड़ा सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं, जिसका लक्ष्य विनाशकारी बाढ़ के बाद देश के पुनर्निर्माण के लिए समर्थन जुटाना है. पाकिस्तान में आई प्रलयकारी बाढ़ का अधिकांश पानी अब कम हो गया है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्निर्माण कार्य के लिए अनुमानित $16.3 बिलियन डॉलर की जरूरत है, जिससे लाखों घरों, हजारों किलोमीटर सड़कों और रेलवे कनेक्टिविटी के पुनर्निर्माण का कार्य होना है. एक अनुमान के मुताबिक पाकिस्तान में लाखों लोग गरीबी में जा सकते हैं.

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