नई दिल्ली. आजकल हर तरफ एआई का शोर है. लोगों को लग रहा है कि आने वाले समय में एआई से चलने वाले रोबोट्स उनकी नौकरियां खा जाएंगे. हालांकि, जानकार लगातार यह कह रहे हैं कि ऐसा होना संभव नहीं है. रोबोट्स को चलाने के लिए एक इंसानी दिमाग की ही जरूरत है. इसका एक नमूना अब देखने में सामने आ रहा है. रोबोट्स से पिज्जा बनाने वाली कंपनी जूमे पर ताला लग गया है.
2015 में शुरू हुई इस कंपनी ने 50 करोड़ डॉलर तक की फंडिंग जुटा ली थी. इसके निवेशकों में सॉफ्ट बैंक जैसी इन्वेस्टमेंट कंपनियां शामिल थी. जूम का मकसद पिज्जा मेकिंग की प्रक्रिया को ऑटोमेटेड करना था. निवेशकों को इसका आइडिया भी काफी पसंद आया लिहाजा कंपनी को अच्छी फंडिंग मिली. लेकिन इसके बाद कंपनी को टेक्नोलॉजी संबंधित कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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दिवालिया हो गई कंपनी
क्रंचबेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी दिवालिया हो चुकी है. मई में इसके शेयरों में ट्रेडिंग भी बंद हो गई थी. शेरवुड पार्टनर्स नामक एक रीस्ट्रक्चरिंग कंपनी को जूमे के एसेट बेचने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. कंपनी ने 2020 में कई छंटनी की थीं. एक साल के अंदर कंपनी ने 500 कर्मचारियों को बाहर कर दिया था. एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ एलेक्स गार्डन ने एक ईमेल में लिखा था कि लोगों को निकालने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि कई जगह से जो फंडिंग की बात चल रही थी वह बेनतीजा रही. उन्होंने इसके अलावा महामारी को भी एक वजह बताया था.
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क्या आ रही थी परेशानी
जूम पिज्जा एक ट्रक में तैयार किये जाते है. इन्हें चलते ट्रक में भी बनाया जाता था. ऐसे में मेल्ट हो चुके चीज़ को पिज्जा से फिसलने से रोकना मुश्किल हो रहा था. इस कारण कंपनी को काफी परेशानी और नुकसान उठाना पड़ रहा था. इसी वजह से कंपनी ने कई उच्च अधिकारियों को चलता कर दिया था.