ITR Filing: आईटीआर भरने की डेडलाइन नजदीक आ रही है. ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि आईटीआर भरते समय किन बातों का ध्यान रखें ताकि रिफंड आने में देरी न हो.
ये भी पढ़ें– Ration Card: राशनकार्ड धारकों को सरकार ने दी बड़ी खुशखबरी, बढ़ा दी इस चीज की समय सीमा
नई दिल्ली. इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) भरने का समय चल रहा है. ऐसे में कमाई दिखाने और उस पर टैक्स (Tax) भरने का वक्त है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक, 11 जुलाई, 2023 तक असेसमेंट ईयर 2023-23 के लिए 2 करोड़ से ऊपर आईटीआर (ITR) फाइल किए जा चुके हैं. वित्त वर्ष 2022-23 यानी असेसमेंट ईयर 2023-24 के लिए आईटीआर फाइन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2023 है. ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि आईटीआर भरते समय किन बातों का ध्यान रखें ताकि रिफंड आने में देरी न हो.
इनकम टैक्स रिटर्न एक साल में एक बार ही दाखिल किया जाता है लेकिन इनकम टैक्स हमारी मंथली सैलरी के आधार पर काटा जाता है. इसे ही टीडीएस (TDS) कहा जाता है. अंतिम टैक्स लायबलिटीके बारे में आईटीआर दाखिल करते समय ही पता चलता है. अगर हमारी अंतिम टैक्स लायबलिटी कुल टीडीएस से कम है तो आपको रिफंड मिलेगा. अगर आपकी टैक्स लायबलिटी ज्यादा है तो आपको उस अंतर का पेमेंट करना होगा.
ये भी पढ़ें– Credit Card का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान, आपका खर्च बढ़ाकर कमाती हैं क्रेडिट कार्ड कंपनियां
जरूरी जानकारी नहीं देने पर रिफंड में हो सकती है देरी
अगर आपने आईटीआर फाइल दिया है और जरूरी जानकारी देने से रह गए हैं तो आपका आईटीआर प्रोसेस नहीं किया जाएगा. इस वजह से आपके टैक्स रिफंड में देरी हो सकती है. ऐसा ज्यादातर ऑफलाइन आईटीआर फाइन करने के मामले में होता है.
गलत बैंक अकाउंट होने पर भी रिफंड में होती है देरी
अगर आपके बैंक अकाउंट की डिटेल भी गलत है तो भी आपके रिफंड में देरी हो सकती है. जैसे कि अगर आपके बैंक डिटेल में और आपके पैन कार्ड में जानकारियां मेल नहीं खाने रिफंड में देरी हो सकती है.
ये भी पढ़ें– High Salary: हाई सैलरी का क्रेज, इस कोर्स में एडमिशन के लिए IIT भी छोड़ने के लिए तैयार हैं स्टूडेंट्स
स्पेशल क्रेडिट का दावा करने पर रिफंड में देरी
अगर आप किसी स्पेशल तरह के क्रेडिट का क्लेम करते हैं तो आपके रिफंड में देरी हो सकती है.