रिलायंस इंडस्ट्रीज और ब्रूकफील्ड के बीच ऑस्ट्रेलिया में क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए उपकरण बनाने को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. रिलायंस उन जगहों की जरूरत के लिए उपकरण बनाएगी जहां क्लीन एनर्जी का उत्पादन किया जाता है.
नई दिल्ली. भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ब्रूकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां ऑस्ट्रेलिया में रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में काम करेंगी. ऑस्ट्रेलिया में रिन्यूएबल एनर्जी उपकरण के विनिर्माण के लिए अवसरों को भुनाया जाएगा. रिलायंस पीवी मॉड्यूल्स, लंबी अवधि के बैटरी स्टोरेज और पवन उर्जा के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरण बनाएगी.
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दूसरी ओर ब्रूकफील्ड ऑस्ट्रेलिया के नेट जीरो के लक्ष्य को हासिल करने के लिए रिलायंस के साथ मिलकर प्रत्यक्ष पूंजी निवेश, स्किल-नॉलेज-एक्सपर्टिज को विकसित करने की दिशा में काम करेगी. रिलायंस उन सभी उपकरणों के निर्माण को लक्ष्य कर रही है जिनका इस्तेमाल क्लीन एनर्जी उत्पादन के लिए किया जाता है. रिलायंस सोलर पैनल टेक्नोलॉजी और लंबी अवधि तक चलने वाली बैटरी स्टोरेज टेक्नोलॉजी में महारथी है. बता दें कि रिलायंस भारत में दुनिया का सबसे बड़ा इंटीग्रेटेड रिन्यूएबल एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने जा रही है.
18000 नौकरियों के बनेंगे
ब्रूकफील्ड और रिलायंस की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस समझौते के अमल में आने के बाद ऑस्ट्रेलिया में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 18000 नौकरियों के मौके बनेंगे. रिलायंस 14 गीगावॉट तक की क्लीन एनर्जी के निर्माण व उसकी स्टोरेज बनाने में लगने वाले उपकरणों की पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित करेगी.
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कंपनियों के बयान
रिलायंस न्यू एनर्जी लिमिटेड के डायरेक्टर अनंत अंबानी ने कहा है, “रिलायंस एक ऐसा क्लीन एनर्जी इकोसिस्टम बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं जो मानवता है के लिए लाभकारी हो और साथ ही प्रकृति के साथ सामंजस्य में हो. इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए रिलायंस भारत व दुनियाभर में पूरे जोश के साथ निवेश के मौके तलाश रही है. हमें भरोसा है कि रिलायंस और ब्रूकफील्ड ऑस्ट्रेलिया में ग्रीन एनर्जी उत्पादन के नए आयाम तय करेंगी और देश के नेट जीरो फ्यूचर के मिशन को रफ्तार देंगी.”
ब्रूकफील्ड रिन्यूएबल के ऑस्ट्रेलिया हेड ल्यूक एडवर्ड ने कहा है, “हम मैन्युफैक्चरिंग में इस तरह की साझेदारी कर रहे हैं ताकि जल्द-से-जल्द रिन्यूएबल एनर्जी पर काम किया जा सके क्योंकि ऑस्ट्रेलिया का उत्सर्जन घटाने का पहला लक्ष्य 2030 तक है.” उन्होंने कहा कि इससे नौकरियों के नए अवसर बनेंगे और ऑस्ट्रेलिया में कार्बन उत्सर्जन को घटाने के लिए इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की आपूर्ति भी निर्बाध होगी.
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रिलायंस इंडस्ट्रीज के बारे में
रिलासंय भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है. वित्त वर्ष 2022-23 में इसका रेवेन्यू 976,524 करोड़ रुपये रहा जबकि कंपनी का नेट प्रॉफिट 74,088 करोड़ रुपये रहा. रिलायंस, हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और प्रोडेक्शन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग और मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस मैटेरियल्स और कंपोजिट्स व सोलर-हाइड्रोजन एनर्जी के क्षेत्र में कार्यरत है.
ब्रूकफील्ड के बारे में
यह एक ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी है. इसके पास 825 अरब डॉलर का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) है. कंपनी केपास रिन्यूएबल, इंफ्रा, रीयल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी, क्रेडिट व अन्य क्षेत्रों के असेट है. ब्रूकफील्ड रिन्यूएबल इस समूह की एक शीर्ष कंपनी है. यह कंपनी हाइड्रोइलेक्ट्रिक, हवा, यूटिलिटी स्केल सोलर व स्टोरेज फैसलिटी के क्षेत्र में कार्यरत है.