All for Joomla All for Webmasters
समाचार

रिजर्व बैंक ने UPI में पहले से अप्रूव्ड लोन फैसिलिटी को जोड़ने की मंजूरी दी

RBI

RBI ने ट्रांजैक्शन के लिए बैंकों की तरफ से जारी पहले से अप्रूव्ड लोन फैसिलिटी को भी UPI सिस्टम में शामिल करने की घोषणा की है.

ये भी पढ़ेंAirtel का 499 रुपये का प्लान देता है अनलिमिटेड 5G डेटा, साथ मिलते हैं ये फायदे

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने ट्रांजैक्शन के लिए बैंकों की तरफ से जारी पहले से अप्रूव्ड लोन फैसिलिटी को भी UPI सिस्टम में शामिल करने की घोषणा की है.

बता दें, अभी तक UPI सिस्टम के जरिये सिर्फ जमा रकम का ही टांजैक्शन किया जा सकता था.

केंद्रीय बैंक ने अप्रैल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का दायरा बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था. इसके तहत बैंकों में पहले से मंजूर लोन फैसिलिटी से ट्रांसफर/को ट्रांसफर की मंजूरी देने की बात कही गई थी.

फिलहाल बचत खाते, ओवरड्रॉफ्ट खाते, प्रीपेड वॉलेट और क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ा जा सकता है.

रिजर्व बैंक ने ‘बैंकों में पूर्व-स्वीकृत लोन फैसिलिटी का UPI के जरिये परिचालन’ पर एक सर्कुलर जारी करते हुए कहा कि UPI के दायरे में अब लोन फैसिलिटी को भी शामिल कर लिया गया है.

रिजर्व बैंक ने कहा कि इस सुविधा के तहत व्यक्तिगत ग्राहक की पूर्व सहमति से अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक द्वारा व्यक्तियों को जारी पूर्व-स्वीकृत लोन फैसिलिटी के माध्यम से पेमेंट किया जा सकेगा.

ये भी पढ़ें–  जानिए कितने Credit Card रख सकता है एक इंसान, कैसे करें इस्तेमाल ताकि फंस ना जाएं कर्ज के जाल में

केंद्रीय बैंक के मुताबिक, ऐसा होने से कॉस्ट कम हो सकती है और भारतीय बाजारों के लिए अनूठे उत्पादों के विकास में मदद मिल सकती है.

मोबाइल उपकरणों के माध्यम से चौबीसों घंटे तत्काल धन हस्तांतरण के लिए उपयोग किए जाने वाले UPI से ट्रांजैक्शन अगस्त में 10 अरब का आंकड़ा पार कर गया. जुलाई में UPI ट्रांजैक्शन का आंकड़ा 9.96 अरब था.

UPI पर पहले से अप्रूव्ड क्रेडिट लाइन क्या है?

यह एक पहसे अप्रूव्ड लोन लिमिट है, जिसे बारोअर किसी भी समय प्राप्त कर सकता है. यह एक क्रेडिट पेमेंट की तरह है, और इसके तहत, अंतिम कंज्यूमर बाद की तारीख में ब्याज के साथ लोन चुका सकता है. UPI के यूजर्स को यह सुविधा प्राप्त करने के लिए बैंकों में आवेदन करना होगा.

अकाउंट को UPI से लिंक करने का क्या मतलब है?

ये भी पढ़ें– TDS Refund: गलत फाइनेंशियल ईयर में कट गया है टीडीएस, इस फॉर्म का करें इस्तेमाल, जल्द मिलेगा रिफंड

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक पेमेंट सिस्टम है जो यूजर्स को एक ही स्मार्टफोन ऐप में एक से अधिक बैंक अकाउंट्स को लिंक करने और IFSC कोड या अकाउंट नंबर प्रदान किए बिना फंड ट्रांसफर करने की अनुमति देती है. यह एक रीयल टाइम पेमेंट सिस्टम है जहां अमाउंट रीयल टाइम के आधार पर तुरंत जमा की जाती है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top