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कमाल की सरकारी स्‍कीम है बॉस! एफडी से भी ज्‍यादा ब्‍याज, पैसे की पूरी सुरक्षा और लाखों का फ्री बीमा

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EPFO : कमाल की स्‍कीम है बॉस! एफडी से भी ज्‍यादा ब्‍याज, पैसे की पूरी सुरक्षा और लाखों का फ्री बीमा Account : प्राइवेट सेक्‍टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए EPFO किसी वरदान से कम नहीं है. इस योजना के तहत जमा पैसों पर न सिर्फ सरकारी ओर से सुरक्षा की गारंटी रहती है, बल्कि ज्‍यादा ब्‍याज दर और मुफ्त बीमा कवर का भी फायदा मिलता है.

नई दिल्‍ली. कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन (EPFO) की एक ही स्‍कीम में आपको 3 तरह की अलग-अलग योजनाओं का फायदा मिलता है. इसके तहत खाता खुलवाने वाले कर्मचारियों को न सिर्फ अपने पैसों पर एफडी से ज्‍यादा ब्‍याज मिलता है, बल्कि इस पर सरकार की ओर से सुरक्षा की पूरी गारंटी भी रहती है. इतना ही नहीं इस योजना में लाखों रुपये का मुफ्त जीवन बीमा का लाभ भी दिया जाता है.

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दरअसल, प्राइवेट सेक्‍टर के कर्मचारियों के लिए भविष्‍य निधि खाता (PF Account) खुलवाना जरूरी होता है. इस खाते में हर महीने कर्मचारी की सैलरी से एक निश्चित भाग काटकर भविष्‍य के लिए जमा किया जाता है. साथ ही नियोक्‍ता की ओर से भी इस खाते में अंशदान किया जाता है. EPFO की ओर से तीन योजनाएं एकसाथ चलाई जाती हैं. इसमें एक ईपीएफ स्‍कीम 1952 है तो दूसरी पेंशन स्‍कीम 1995 (EPS) और तीसरी एम्‍प्‍लॉयीज डिपॉजिट लिंक्‍ड इंश्‍योरेंस (EDLI) योजना है.

किसे मिलता है इसका फायदा
ईपीएफओ के तहत खाता खुलवाने वाले सभी कर्मचारियों को इसका फायदा मिलता है. हर कर्मचारी को EDLI योजना के तहत बीमा का फायदा दिया जाता है. पीएफ खाते पर 7 लाख रुपये का टर्म इंश्‍योरेंस किया जाता है. इसका मतलब है कि कर्मचारी के साथ किसी अनहोनी की स्थिति में उसके न रहने पर परिवार को 7 लाख रुपये बीमा कवर के तौर पर दिए जाते हैं. खास बात ये है कि पीएफ खाते और ईपीएस के लिए तो कर्मचारी को पैसा लगाना पड़ता है, लेकिन EDLI योजना में नियोक्‍ता खुद पैसे लगाता है, जबकि इसका फायदा कर्मचारी को मिलता है.

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कब मिलता है योजना का लाभ
ईपीएफओ ने यह योजना साल 1976 में ही शुरू कर दी थी और इसके दायरे में सभी कंपनियों को लाया गया है. हालांकि, अगर आप ज्‍यादा अमाउंट वाली किसी बीमा योजना का चुनाव करते हैं तो इस योजना को छोड़ भी सकते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो आपको लाभ दोनों का ही दिया जाएगा. योजना के तहत नियोक्‍ता की ओर से कर्मचारी के बेसिक और डीए का 0.5 फीसदी अमाउंट प्रीमियम के तौर पर निवेश किया जाता है. इसकी मैक्सिमम लिमिट करीब 75 रुपये है. हालांकि, योजा का फायदा तभी मिलेगा जब लगातार एक साथ तक काम करते रहेंगे और ईपीएफ यानी कर्मचारी भविष्‍य निधि के एक्टिव मेंबर भी होंगे.

बीमा पर कितना पैसा
ईपीएफओ की ओर से EDLI योजना पर कर्मचारी के सैलरी का 35 गुना तक भुगतान किया जाता है. हालांकि, खास बात ये है कि योजना के तहत कर्मचारी की अधिकतम मासिक सैलरी 15 हजार रुपये ही रखी गई है. अब इसका 35 गुना भुगतान होता है तो कर्मचारी को ईपीएफओ से से 5.25 लाख रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा संगठन बोनस भी देता है जो करीब 1.75 लाख रुपये होता है. इस तरह बीमा कवर के रूप में कुल 7 लाख रुपये का भुगतान इस योजना के तहत किया जाता है.

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ज्‍यादा ब्‍याज और सुरक्षा की गारंटी
पीएफ खाता खुलवाने पर कर्मचारी को सिर्फ बीमा का फायदा ही नहीं मिलता है, बल्कि इस खाते में जमा रकम पर एफडी से कहीं ज्‍यादा ब्‍याज भी दिया जाता है. अगर सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई की बात की जाए तो यहां 5 साल की एफडी पर औसतन 7 फीसदी का ब्‍याज मिलता है. दूसरी ओर, पीएफ खाते पर 8.15 फीसदी का ब्‍याज दिया जाता है. एक समय तो इस पर 9 फीसदी तक ब्‍याज मिलता था. इसके अलावा पीएफ में जमा पैसे पर सरकार की ओर से पूरी गारंटी दी जाती है. लिहाजा यहां जमा हुआ आपका पैसा किसी भी जोखिम में नहीं रहता है.

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