Coronavirus in Maharashtra: तेम्भुरनी की सरपंच यशोदाबाई पाटिल ने जानकारी दी है कि गांव में प्रवेश करने वाले को कम से कम वैक्सीन की एक डोज लगी होनी चाहिए. उनके अनुसार वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाए हुए कोई भी व्यक्ति गांव में नहीं घुस सकता है.
मुंबई. देश में इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना वायरस (Covid-19 in India) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के मामले भी देश में 150 का आंकड़ा पार कर चुके हैं. महाराष्ट्र (Maharashtra) में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन के नए मामले सामने आ रहे हैं. राज्य में पहले भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले रिकॉर्ड स्तर पर आ चुके हैं. इस खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र के एक गांव ने अपने यहां ऐसे लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है.
ऐसा महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के हिमायतपुर तालुका में स्थित तेम्भुरनी गांव ने किया है. गांव में किसी भी बिना वैक्सीन लगवाए व्यक्ति के आने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. ग्राम पंचायत ने इसके लिए गांव के प्रवेश के रास्तों और अन्य जगहों पर पोस्टर भी लगाए हैं. इनमें इस संबंध में पूरी जानकारी दी गई है. वहीं ग्राम पंचायत की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति बिना वैक्सीन लगवाए गांव में घुसता है तो उसे 200 रुपये जुर्माना भी देना होगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तेम्भुरनी की सरपंच यशोदाबाई पाटिल ने जानकारी दी है कि गांव में प्रवेश करने वाले को कम से कम वैक्सीन की एक डोज लगी होनी चाहिए. उनके अनुसार वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाए हुए कोई भी व्यक्ति गांव में नहीं घुस सकता है.
सरपंच ने जानकारी दी है कि महाराष्ट्र के तेम्भुरनी गांव में सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं 75 फीसदी पात्र आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. उनका कहना है कि महामारी के खतरे के समय में ऐसा करना जरूरी है.
पूर्व सरपंच प्रह्लाद पाटिल का कहना है कि लोग इस प्रतिबंध का पूर्ण समर्थन कर रहे हैं. उनका कहना है कि हम में से अधिकांश लोग यह जानते हैं कि कैसे कोरोना वायरस ने हमारे प्रियजनों को हमसे छीना है. इसलिए लोग प्रतिबंधों का समर्थन कर रहे हैं.