किसानों द्वारा भारत सरकार के फैसलों से जुड़ी अपनी समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश में चार ट्रेने रद की जाने की खबर सामने आई है। इससे पहले पंजाब में ट्रेनें रद होने का सिलसिला चालू है।
नई दिल्ली, एजेंसी। देशभर में किसानों का विरोध प्रदशर्न को कई महीने हो चुके हैं। कई राज्यों में आज भी किसान लगातार धरने पर बने हुए हैं। किसानों द्वारा भारत सरकार के फैसलों से जुड़ी अपनी समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। आए दिन किसान अपनी किसी ना किसी समस्या को लेकर रेलवे ट्रैक से लेकर हाईवे तक को बंद कर देते हैं। पंजाब में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, जिस कारण शनिवार को भी कहीं जगह रेलवे ट्रैक जाम कर दिया गया है और कृषि कानूनों के अलावा अपनी अन्य समस्याओं को लेकर हाईवे पर भी धरना दिया हुआ है। वहीं, उत्तर प्रदेश में भी चार ट्रेने रद की जाने की खबर सामने आई है। किसानों के विरोध के चलते यूपी के दो रेलवे स्टेशनों पर चार ट्रेनें रद हुई हैं।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और बरेली रेलवे स्टेशनों पर शुक्रवार को किसानों के विरोध के कारण चार ट्रेनों को रोक दिया गया। दोनों स्टेशनों पर दो-दो ट्रेनें प्रभावित हुई। विरोध के कारण रेल सेवाएं बाधित कर दी गई, जिससे यात्रियों को अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचने में अच्छी खासी परेशानी हुई। इस बीच, रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर पांच काउंटर स्थापित किए गए हैं जहां यात्री अपने टिकट के लिए रिफंड ले सकते हैं।
मामले पर एएनआइ से बात करते हुए, मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के एक रेलवे अधिकारी जेके ठाकुर ने कहा, ‘किसानों के विरोध को देखते हुए मुरादाबाद में दो और बरेली में दो ट्रेनों को रद कर दिया गया है। हमने यात्रियों के रिफंड के लिए 5 काउंटर खोले हैं।’
मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर एक रिफंड काउंटर पर एक यात्री ने कहा, ‘हमें ट्रेन खाली करने के लिए कहा गया क्योंकि बताया गया कि ट्रेन आगे नहीं जाएगी। मैं अपना टिकट को रद कर रिफंड लेने आया हूं।’
बता दें कि यह विरोध किसानों द्वारा पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर तीन नए अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है। यह बिल हैं: किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020; किसान अधिकारिता और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 पर समझौता और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020।
बता दें कि किसान नेताओं और केंद्र ने कई दौर की बातचीत की है लेकिन कोई भी सफल नहीं मानी गई, जिससे विरोध प्रदर्शन खत्म किया जा सका हो। इससे पहले शुक्रवार को पंजाब के जालंधर में गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित करने की मांग को लेकर किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। इस कारण दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जालंधर से अमृतसर, लुधियाना और चंडीगढ़ की बस सेवा प्रभावित रही।
विरोध के दृश्यों में एनएच 1 पर सैकड़ों लोग किसान संघ के झंडे लहराते और सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाई दिए। इस विरोध प्रदर्शन के लिए 32 किसान संघ एकत्र हुए।
उन्होंने धनोवली गांव के पास रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिया है, जिसके चलते शाने पंजाब एक्सप्रेस (अमृतसर से दिल्ली) को जालंधर में स्टेशन पर रोक दिया गया। एसवीडीके वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कम से कम सात अन्य ट्रेनें भी प्रभावित हुई।
जालंधर में आज भी हाईवे व रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठे हैं किसान
जालंधर में गन्ने के समर्थन मूल्य की मांग को लेकर किसानों का रोष प्रदर्शन शुक्रवार से शुरू होकर शनिवार को भी जारी रहेगा। अनिश्चितकालीन चल रहे धरने प्रदर्शन की वजह से नेशनल हाईवे तथा रेलवे ट्रैक पर किसानों के धरने से ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ चुकी है। नेशनल हाईवे पर हाईवे पूरी तरह से जाम रहेगा। रेलवे ट्रैक पर धरना चलने की वजह से दो दर्जन के करीब ट्रेनों के ज्यादा रूट डायवर्ट किए गए हैं या रद्द की गई है इसके चलते लोगों को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ सकता है। पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्ट किया है।
वहीं, किसान आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने 13 स्पेशल ट्रेन को निरस्त करने का फैसला किया है। अंबाला रेल मंडल के सीनियर डीसीएम हरिमोहन सिंह ने बताया कि 20 अगस्त से चलने वाली 13 रेलगाड़ियों को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। इससे यात्री भटकने को मजबूर हुए।
दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों को भी परेशानी
दिल्ली से चलने वाली जम्मूतवी राजधानी और उत्तर संपर्क क्रांति सहित उत्तर रेलवे की कई ट्रेनें शुक्रवार को निरस्त कर दी गई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दोबारा किसान यूनियन के कार्यकर्ता जालंधर के नजदीक रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं जिससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली आने वाली वंदे भारत, अमृतसर-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, अमृतसर-नई दिल्ली एक्सप्रेस के मार्ग में परिवर्तन करना पड़ा। वहीं, नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी उत्तर संपर्क क्रांति, नई दिल्ली-जम्मूतवी राजधानी एक्सप्रेस (दोनों तरफ से) और दिल्ली सराय रोहिल्ली-जम्मूतवी दुरंतो एक्सप्रेस (दोनों तरफ) से रद कर दी गई है।