नई दिल्ली [धनंजय मिश्र]। कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, लेकिन लोगों इसको लेकर गंभीरता खत्म हो गई है। यही कारण है कि लोग कोरोना के बचाव संबंधी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। कोरोना नियमों का पालन कराने को लेकर पुलिस महकमा जिस चुस्ती के साथ ताबड़तोड़ चालान काटने में लगा हुआ है, उतने ही सुस्ती लोग नियमों का पालन करने में दिखा रहे हैं। खासतौर पर मास्क को लेकर लोग गंभीर नहीं है।
दिल्ली पुलिस से मास्क को लेकर पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो राजधानी में रोजाना एक हजार से ज्यादा चालान सिर्फ पुलिस द्वारा किए जा रहे हैं। दूसरी लहर के दौरान दिल्ली पुलिस की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी नियमों का पालन नहीं करने पर गत 19 अप्रैल से अब तक रोजाना 2000 चालान किए हैं। इनमें अगस्त माह के अंतिम सप्ताह को छोड़कर रोजाना औसतन 1500 से ज्यादा चालान सिर्फ मास्क न पहनने के हुए। हालांकि इस माह के अंतिम सप्ताह में एक हजार से ज्यादा चालान रोजाना हुए हैं।
लिस ने बताया कि दूसरी लहर के दौरान लगाए गए 19 अप्रैल से लेकर अब तक दो लाख 71 हजार 909 चालान किए गए हैं। इनमें दो लाख 38 हजार 701 लोगों का मास्क नहीं पहनने पर चालान किया गया है। औसतन देखा जाए तो रोजाना 2051 लोगों का चालान किया गया। इनमें मास्क नहीं पहनने पर औसतन 15 सौ से ज्यादा लोगों का चालान किया गया।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने कोरोना प्रोटोकाल का नियम तोड़ने पर 200 रुपये का चालान कर रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के डेढ़ साल बाद भी लोग शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करने के साथ मास्क लगाने में लापरवाही बरत रहे हैं।
वहीं, जानकारों का कहना है कि कोरोना के मामलों में निश्चित रूप से कमी आई है, लेकिन लोगों की लापरवाही तीसरी लहर को दावत दे सकती है।