जो लोग एक ही जगह पर कई-कई घंटे बैठकर काम करते हैं या जिनके डेली रूटीन में लंबी ड्राइविंग वगैरह शामिल होती है, उन्हें डेड बट सिंड्रोम की शिकायत हो सकती है। वैसे तो यह कोई बहुत बड़ा इश्यू नहीं बनती, पर ज्यादा लंबे वक्त तक यह परेशानी बने रहने पर आगे चलकर हिप या बैक पेन हो सकता है। जानिए इससे बचाव की कुछ एक्सरसाइज…
ग्लूट ब्रिज
रोज यह एक्सरसाइज करने से ग्लूट्स ज्यादा एक्टिव और मजबूत होते हैं। हिप्स मसल्स को लचीला और हेल्दी बनाए रखने में भी फायदेमंद है। ग्लूट ब्रिज करने से कमर और पेट की मसल्स को भी फायदा मिलता है। इसे करने से वर्कआउट की इफेक्टिवनेस बढ़ती है। रोजाना इसे करने से कोर मसल्स मजबूत होती है। इसके अलावा, यह स्ट्रेस फ्री रहने में भी मदद करती है।
इसे करने का सही तरीका
– सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं।
– दोनों हथेलियों को हिप्स के बगल में रखें।
– इसके बाद घुटनों को मोड़ते हुए बट को हवा में उठाएं।
– ग्लूट को स्ट्रेच करते हए नीचे की तरफ लाएं।
– इस तरह हिप्स को 10 से 15 बार ऊपर और नीचे की तरफ ले जाएं।
सूमो स्क्वाट
यह एक्सरसाइज डेड बट सिंड्रोम में बहुत फायदेमंद साबित होती है। पैरों, कमर और हिप्स की मसल्स को टोन और मजबूत करने में इसे करना बहुत अच्छा माना जाता है। रोज यह एक्सरसाइज करने से बॉडी को एनर्जी मिलती है, जो उसे हेल्दी रखती है।
इसे करने का सही तरीका
– दोनों पैरों को अलग-अलग करके खड़े हो जाएं।
– अब पैरों को बाहर की तरफ मोड़ लें।
– इसके बाद हाथों को सीने से लगाकर पकड़ लें।
– कूल्हों को पीछे ले जाते हुए पीठ को सीधा रखें और नीचे की तरफ झुकें।
– एड़ी पर जोर डालते हुए जांघों को स्ट्रेच करें।
इस प्रोसेस को 15 से 20 बार दोहराएं।
रोजाना बस इन दो एक्सरसाइज़ेस को करके ही आप काफी हद तक राहत महसूस करेंगे।