प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) और यूजीसी द्वारा फैक्ट चेक में 10 दिसंबर के नोटिस को फर्जी भी बताया गया है. साथ ही यूजीसी ने सलाह दी है कि आयोग द्वारा कोई भी नोटिस या लेटेस्ट जानकारी इसकी ऑफिशियल वेबसाइट ugc.ac.in पर निरंतर अपलोड की जाती है. ऐसे में किसी भी जानकारी के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट समय-समय पर चेक करते रहे.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. इसी बीच यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा जारी एक नोटिस वायरल हो रहा है. इस नोटिस में सभी यूनिवर्सिटीज़ में ऑफलाइन मोड पर एग्जाम्स कराए जाने की बात कही गई है. लेकिन अब यूजीसी ने इसका सच बताया है.
नोटिस में लिखी गई यह बात
यूजीसी की वेबसाइट और ट्विटर पर पोस्ट किए गए नोटिस में कहा गया है कि ‘कई प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 10 दिसंबर 2021 की तारीख का एक नोटिस दिखाया जा रहा है. उस नोटिस में दावा किया गया है कि यूजीसी सचिव ने सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को सिर्फ ऑफलाइन परीक्षा कराने का निर्देश दिया है. ऐसे में हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) की ओर से ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है.
वहीं, प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) और यूजीसी द्वारा फैक्ट चेक में 10 दिसंबर के नोटिस को फर्जी भी बताया गया है. साथ ही यूजीसी ने सलाह दी है कि आयोग द्वारा कोई भी नोटिस या लेटेस्ट जानकारी इसकी ऑफिशियल वेबसाइट ugc.ac.in पर निरंतर अपलोड की जाती है. ऐसे में किसी भी जानकारी के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट समय-समय पर चेक कर रहे.
इधर, यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों व संस्थानों से जारी गाइडलाइंस के पालन करने की अपील की है. साथ ही कहा गया है कि विवि और कॉलेज दिशानिर्देशों का पालन और परिस्थितियों का आंकलन करते हुए कैंपस खोलने, ऑफलाइन/ ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड पर परीक्षा कराने के संबंध में उचित निर्णय लें.