Drone Certification Scheme: सरकार के इस फैसले के बाद देश में फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में मदद मिलेगी. ड्रोन का सर्टिफिकेशन बनवाना किसी के लिए भी इतना मुश्किल नहीं है, इसकी प्रक्रिया काफी आसान है.
Drone Certification Scheme: अगर आप भी ड्रोन उड़ाना चाहते हैं, तो इसके लिए नए नियमों के बारे में जान लीजिए. क्योंकि ड्रोन उड़ाने के लिए मालिक और पायलेट के पास उसका लाइसेंस होना जरूरी है. केंद्र सरकार (Central Government) ने बुधवार को ड्रोन सर्टिफिकेट स्कीम (Drone Ceritification Scheme) जारी कर दी है. सरकार का कहना हे कि वो देश में वर्ल्ड लीडिंग ड्रोन सिस्टम बनाने की दिशा में काम कर रही है. इसके बाद इंडियन एयरस्पेस के लाखों ड्रोन पूरी सुरक्षा के साथ इस्तेमाल कर सकेंगे. आइए जानते हैं कि क्या है ड्रोन सर्टिफिकेशन स्कीम.
बता दें सरकार के इस फैसले के बाद देश में फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में मदद मिलेगी. ड्रोन का सर्टिफिकेशन बनवाना किसी के लिए भी इतना मुश्किल नहीं है, इसकी प्रक्रिया काफी आसान है.
कमर्शियल ड्रोन टेक्नोलॉजी
ड्रोन सर्टिफिकेट नियमों को सरकार की तरफ से अगस्त 2021 में जारी कर दिया गया था. इन नियमों के अनुसार लोग ड्रोन के लिए एक ग्लोबल सर्टिफिकेशन और अच्छा फ्रेमवर्क स्थापित करने में सक्सेसफुल साबित होंगे. इस वजह से कमर्शियल ड्रोन टेक्नोलॉजी (commercial drone technology) उपयुक्त सुरक्षा उपायों के साथ आसानी से बढ़ सकेगी.
डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म
बता दें सरकार की तरफ से ड्रोन रजिस्ट्रेशन और ऑपरेशन के लिए एक डिजिटल स्काई (Digital Sky) प्लेटफॉर्म बनाया है, जो की पूरी तरह से डिजिटल है. एयरस्पेस मैप, PLI स्कीम और डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म के सिंगल विंडो की मदद से देश में ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
हर यूजर को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
ड्रोन पाने के लिए हर यूजर को एक बार रजिस्ट्रेशन कराना बेहद जरूरी होगा. इसके साथ मालिक और पायलट को भी ड्रोन इस्तेमाल के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा. किसी भी यलो या रेड जोन में ड्रोन उड़ाने के लिए पहले इजाजत लेनी होगी.