Shinkula Pass शिंकुला दर्रे पर पांच किलोमीटर लंबी टनल बनाई जाएगी। टनल निर्माण को लेकर बीआरओ योजक परियोजना ने तैयारी शुरू कर दी है। बीआरओ के अतिरिक्त महानिदेशक ने मौके का दौरा किया। बीआरओ ने मौसम खुलते ही सड़क बहाली सहित टनल निर्माण को लेकर कसरत शुरू कर दी है।
मनाली, जागरण संवाददाता। Shinkula Pass, शिंकुला दर्रे पर बनने वाली टनल को लेकर बीआरओ योजक परियोजना ने तैयारी शुरू कर दी है। मौसम खुलते ही बीआरओ सड़क बहाली सहित टनल निर्माण को लेकर हरकत में आ गया है। शिंकुला दर्रे में पांच किलोमीटर की टनल बननी है। बीआरओ के अतिरिक्त महानिदेशक हरिंदर प्रसाद ने योजक परियोजना के चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद के साथ जांस्कर व समदो का दौरा किया। महानिदेशक ने जांस्कर का दौरा हवाई सेवा द्वारा किया जबकि वाहन से दारचा से होते हुए शिंकुला पहुंचे। शिंकुला दर्रे पर टनल बनने से जांस्कर घाटी साल मनाली से जुड़ जाएगी।
शिंकुला जांस्कर होते हुए कारगिल में बैठे देश के प्रहरियों तक पहुंचना भी आसान होगा। रोहतांग सुरंग परियोजना का नाम अब बदलकर योजक रखा है और यह परियोजना देश के दुर्गम क्षेत्रों में टनल का निर्माण कर सरहदों की दूरी कम करेगी।
चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद का दारचा पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वागत किया। चीफ इंजीनियर ने ग्रामीणों के साथ बैठक की और योजक परियोजना के बनने वाले कार्यालय बारे चर्चा की। दारचा के प्रधान अशोक ठाकुर व शिंकुला प्रोजेक्ट के लाइजन अधिकारी रमेश फरका ने बताया कि उन्होंने बीआरओ अधिकारियों के साथ चर्चा की।
बीआरओ की योजक परियोजना (रोहतांग सुरंग) के चीफ इंजीनियर विशेष सेवा मेडल प्राप्त जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि अटल सुरंग रोहतांग के निर्माण के बाद बीआरओ का अगला लक्ष्य शिंकुला जोत पर सुरंग बनाना है। इसके लिए बीआरओ ने योजक परियोजना का गठन किया है। शिंकुला जोत पर पांच किलोमीटर की सुरंग बनेगी, जिसका निर्माण कार्य इसी साल शुरू कर दिया जाएगा।