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उत्तराखंड

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में बनेगी नई नीति,जानिए CM पुष्कर सिंह धामी का पूरा प्लान

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड में बनेगी नई नीति,जानिए CM पुष्कर सिंह धामी का पूरा प्लान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अगले पांच सालों में उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की संख्या दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि हर साल राज्य में करीब साढ़े तीन करोड़ पर्यटक आते है। हमारा लक्ष्य इस आंकड़े को पांच साल में दोगुना करने का है। उत्तराखंड में पर्यटन विकास के लिए नई नीति बनाई जाएगी। यह नीति उद्योग विभाग से अलग होगी। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वाले निवेशकों को पर्यटन विभाग की ओर से ही प्रोत्साहन दिया जाएगा।

शनिवार को जीएमएस रोड स्थित एक होटल में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित पर्यटन एवं आतिथ्य सम्मेलन 2022 का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार राज्य में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर आने की उम्मीद है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को विस्तार दिया जाएगा। पर्यटन आर्थिकी की रीढ़ है और राज्य की बड़ी जनसंख्या पर्यटन पर आश्रित है।

ऐसे में इस क्षेत्र के विकास पर विशेष फोकस किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की वजह से पिछले दो सालों में बड़ी संख्या में लोगों को समस्याओं से जूझना पड़ा। इस बार रिकार्ड यात्री आने की उम्मीद है और अभी से बड़ी संख्या में होटल और अन्य सेवाओं की बुकिंग मिल रही है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राज्य में बारामासा पर्यटन को बढ़ाया जाएगा। गर्मियों में चारधाम यात्रा तो सर्दियों में स्कीइंग के लिए लोग आएंगे।

कोरोना महामारी की चुनौतियों से पार पाकर अब राज्य में पर्यटन तेजी से पटरी पर आ रहा है। कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से विष्णु सर्किट, शैव सर्किट, विवेकानंद सर्किट, नरसिंह सर्किट, नवग्रह सर्किट, गोलजू सर्किट, महासू देवता सर्किट, गुरुद्वारा सर्किट, हनुमान सर्किट का तेजी से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। महाराज ने कहा कि चार धाम यात्रा के लिए प्रसिद्ध उत्तराखण्ड अब साहसिक पर्यटन के शौकीन विदेशी पर्यटकों के लिए भी पसंदीदा स्थल बन रहा है।

तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए सरकार ने पहली बार ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण व सत्यापन की व्यवस्था की है। इससे तीर्थयात्रियों व उनके वाहनों की सुरक्षा के साथ उन्हें आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। इसके लिए यात्रियों को क्यूआर कोड बना रिस्ट बैंड दिया जाएगा। जिसे धामों में स्कैन किया जाएगा। इससे पर्यटन विभाग को यात्रियों की लोकेशन का पता रहेगा।

पर्यटन की नई नीति को लेकर सुझाव लिए पर्यटन विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में नई पर्यटन नीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के 100 दिन के एजेंडे में इन नीति को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य की पर्यटन नीति 2018 में बनी थी।

लेकिन इस नीति में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देते हुए उद्योग विभाग से ही प्रोत्साहन देने की व्यवस्था की गई है। लेकिन अब पर्यटन विभाग को उद्योग नीति से अलग करने की तैयारी की जा रही है। इस अवसर पर होटल कारोबारियों के साथ ही पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स, फिक्की और इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की ओर से अपने विचार रखे गए।

सीएम ने किया डॉक्यूमेंटी का विमोचन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन गतिविधियों पर आधारित वीडियो एवं थीम तथा चारधाम पैदल मार्ग के सर्वेक्षण पर आधारित डोक्यूमेंटरी का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने मोटरहोम एडवेंचर्स के सहयोग से प्रदेश में कारवां टूरिज्म को बढावा देने के लिये तैयार की गई मोटरहोम का निरीक्षण भी किया।

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