रायपुर, एएनआइ। देश के आधे से ज्यादा राज्यों में कोयले की कमी के चलते बिजली संकट गहराता जा रहा है। इस बीच छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, यह भारत सरकार की जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे कि देश भर के बिजली संयंत्रों को पर्याप्त मात्रा में कोयले की आपूर्ति की जाए। उन्होंने कहा कि कोयले की कमी के लिए अकेला केंद्र जिम्मेदार है क्योंकि उसने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया।
कल राहुल ने भी केंद्र सरकार पर साधा था निशाना
कोयले की आपूर्ति में कमी के चलते बिजली कटौती को लेकर कल राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। फेसबुक पोस्ट के जरिए सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि 20 अप्रैल को ही उन्होंने मोदी सरकार से कहा था कि बुलडोजर की जगह सरकार को देश के पावर संकट पर ध्यान देना चाहिए। राहुल ने इसी के साथ इस संकट से छोटे उद्योगों के खत्म होने की भी बात कही जिससे बेरोजगारी बढ़ने की संभावना भी बढ़ सकती है।
बिजली की मांग रिकार्ड स्तर पर
जानकारी के अनुसार भीषण गर्मी के बीच पूरे देश में बिजली की मांग भी रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है। बिजली मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि शुक्रवार को दोपहर 14:50 बजे तक बिजली की मांग रिकार्ड 2,07,111 मेगावाट तक पहुंच गई। वहीं गुरुवार को भी बिजली की मांग 2,04,650 मेगावाट के स्तर पर पहुंच गई थी।
16 राज्यों में कोयले की कमी
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, पंजाब और राजस्थान समेत देश के 16 राज्य इस वक्त कोयला संकट से गुजर रहे हैं जिसके चलते उन्हें बिजली आपूर्ति में कटौती करनी पढ़ रही है। दरअसल, देश के कई पावर प्लांट में कोयले की कमी होने की रिपोर्ट सामने आई है। इसके चलते केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से कोयले के ट्रांसपोर्ट को बढ़ाने को लेकर चर्चा भी की थी।