एलआईसी के शेयरों ने शुक्रवार को एक नया लो छुआ. कंपनी के शेयर अपने निवेशकों की एक चौथाई रकम डुबा चुके हैं. 13 जून को एंकर इन्वेस्टर्स के लिए लॉक-इन पीरियड खत्म होने वाला है. इसके बाद शेयरों में और गिरावट संभव है.
नई दिल्ली. एलआईसी के शेयरों में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को एक बार फिर बीमा कंपनी के शेयर टूट गए. इंट्रा-डे ट्रेड में इसके शेयर एनएसई पर 708 रुपये तक पहुंच गए. एलआईसी के शेयर 1.66 फीसदी की गिरावट के साथ 709.70 रुपये पर बंद हुए. यह लगातार 9वां कारोबारी सत्र था जब एलआईसी के शेयरों पर बिकवाली हावी रही.
इन 9 दिनों में शेयर 15 फीसदी तक टूट चुके हैं. आईपीओ के ऊपरी छोर 949 रुपये पर कंपनी का मार्केट कैप 6 लाख करोड़ रुपये था जो अब घटकर 4.52 लाख रुपये रह गया है. कंपनी के शेयर इश्यू प्राइस से 34 फीसदी तक टूट चुके हैं.
एक चौथाई निवेश स्वाहा
एलआईसी ने अपने एंकर निवेशकों का एक चौथाई निवेश डुबा दिया है. एलआईसी के शेयर 17 मई को लिस्ट हुए थे और तब से अब तक केवल 4 कारोबारी सत्र हुए हैं जहां इसके शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. एंकर निवेशकों के लिए लॉक-इन पीरियड 13 जून को समाप्त होने वाला है. इसके बाद वह भी अपनी हिस्सेदारी बेचकर निकल सकते हैं. इससे शेयरों में और गिरावट आने का अनुमान है.विज्ञापन
क्या कहते हैं जानकार
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट के हेड ऑफ रिसर्च संतोष मीणा का कहना है, “आने वाले समय में एक दिलचस्प चीज देखने में आएगी जब एंकर इन्वेस्टर अपनी हिस्सेदारी बेच देंगे और एलआईसी के शेयर नया लो छूएंगे. इसके बाद एलआईसी के शेयर को अच्छा सपोर्ट मिल सकता है और क्वालिटी शेयरों में रैली देखने को मिल सकती है. अगर फंडामेंटल मजबूत हों तो ऐसी गिरावट पर शेयर खरीदने का अच्छा समय होता है.”
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क्या करें निवेशक
संतोष मीणा का कहना है कि भारत का इंश्योरेंस बाजार को अब भी पूरी तरह से भुनाया नहीं गया है. उनका कहना है कि इस क्षेत्र में पैर पसारने की बहुत संभावनाएं हैं और एलआईसी के पास अपने प्रतिद्वंदियों के मुकाबले कुछ एडवांटेज भी हैं. उनका कहना है कि शेयरों में जारी गिरावट एलाईसी के वैल्युएशन को और दुरुस्त कर रही है. बकौल मीणा, निवेशकों को याद रखना चाहिए कि इंश्योरेंस लंबी अवधि का बिजनेस है और इसमें आय व कंपाउंडिंग भी एक समय के बाद ही होती है.
वहीं, शेयर इंडिया के हेड ऑफ रिसर्च डॉ. रवि सिंह का भी मत इससे मिलता-जुलता ही है. वह कहते हैं कि एलआईसी के निवेशकों को पहले ही निकलने की सलाह दी गई थी और परिस्थिति बदलने का इंतजार करने के लिए कहा गया था. उनका कहना है कि कंपनी के शेयर 700 रुपये तक लुढ़क सकते हैं लेकिन लंबी अवधि में ये स्थिति बदलेगी और निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलेगा. उन्होंने कहा है कि अधिक घाटा संभाल सकने वाले लोग शेयर होल्ड करके रख सकते हैं.