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Haryana Weather News: हवा में घुले प्रदूषण के खतरनाक कण, हाथ पर हाथ रखकर बैठे जिम्मेदार

pollution

जागरण संवाददाता, हिसार। हरियाणा में लगभग हर शहर वायु प्रदूषण से त्रस्त हैं। मगर हिसार में पिछले एक सप्ताह से प्रदूषण ने लोगों का सांस लेना दूभर कर दिया है। शनिवार को तो 381 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंच गया था। हवा का रविवार को भी कुछ ऐसा ही हाल दिखाई दिया। यहां 324 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर एक्यूआई दर्ज किया गया। इतने प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में खासी दिक्कत हो रही है। सरकारी और निजी स्तर पर भी दमा व सांस के मरीजों की संख्या में भी हल्का इजाफा हुआ है।

इसके साथ ही हवा में सबसे अधिक पीएम 2.5 के कण हैं। जो काफी महीन होते हैं। अक्सर अक्टूबर से ही हिसार में वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच जाता है। इसका कारण एक यह भी है कि इस समय वातवरण में ठंडी हवाएं होती हैं जो प्रदूषण में मौजूद कणों का एक गुबार बनाकर रखती हैं। मगर एक सप्ताह से इस समस्या प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कोई सख्त कदम उठाया नहीं दिख रहा है।

गौरतलब है कि पीएम 10 व पीएम 2.5 प्रदूषण से शहर ग्रसित हैं। पीएम को पर्टिकुलेट मैटर या कण प्रदूषण भी कहा जाता है, जो कि वातावरण में मौजूद ठोस कणों और तरल बूंदों का मिश्रण है। हवा में मौजूद कण इतने छोटे होते हैं कि आप नग्न आंखों से भी नहीं देख सकते। कुछ कण इतने छोटे होते हैं कि इन्हें केवल इलेक्ट्रान माइक्रोस्कोप का उपयोग करके पता लगाना पड़ता है।

कण प्रदूषण में पीएम 2.5 और पीएम 10 शामिल हैं जो बहुत खतरनाक होते हैं। पीएम 2.5, 60 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। हवा में पीएम 10 का स्तर 100 से कम ही रहना चाहिए। पीएम 10 और 2.5 धूल, निर्माण की जगह पर धूल, कूड़ा व पुआल जलाने से ज्यादा बढ़ता है।

कण प्रदूषण से यह होती है परेशानी

जब इन कणों का स्तर वायु में बढ़ जाता है तो सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन आदि होने लगती हैं। पीएम 2.5 और पीएम 10 के कण सांस लेते समय आपके फेफड़ों में चले जाते हैं जिससे खांसी और अस्थमा के दौरे पढ़ सकते हैं। उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा, स्ट्रोक और भी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बन जाता है, इसके परिणामस्वरूप समय से पहले मृत्यु भी हो सकती है।

यह रहा प्रदूषण बढ़ने का कारण

– पिछले कुछ दिनों से शहर में कचरा नहीं उठ रहा था। जिसके कारण कई स्थानों पर चोरी छिपी कचरे में आग लगाई जा रही थी। वायु प्रदूषण बढ़ने का यह भी एक कारण सामने आया।

– इसके साथ ही दीपावली पर पटाखों के कारण भी अचानक से वायु प्रदूषण में इजाफा हुआ है।

– सबसे अधिक शहर में ट्रेफिक, उद्योग आदि से भी वायु प्रदूषण उत्सर्जित होता है।

पिछले पांच दिनों में हिसार का एयर क्वालिटी इंडेक्स

26 अक्टूबर- 273

27 अक्टूबर- 310

28 अक्टूबर- 306

29 अक्टूबर- 381

30 अक्टूबर- 324

नोट- एक्यूआई माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर में है।

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